मोदी ने विपक्ष को सदन में दी चुनौती

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नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आम चुनाव 2024 को विकसित भारत के संकल्प पर काम करने का जनादेश बताते हुए संसद में हर पक्ष के सदस्यों का सहयोग मांगा है और विपक्षी इंडिया समूह को सत्तारुढ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ राज्यों में सरकारों के स्तर पर अच्छे राज काज, रोजगार और निवेश के मामले में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करने का आह्वान किया है।

श्री मोदी ने 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को कहा कि उनकी तीसरी सरकार अपने पांच साल के कार्यकाल में तीन गुना गति और तीन गुना शक्ति के साथ काम करेगी और सरकार देश को विकास की नयी ऊंचाइयों पर ले जाते हुए ध्यान रखेगी कि समाज के हर वर्ग के हितों को बढ़ावा मिले।

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उन्होंने कहा, ‘अब चुनाव हो चुके हैं, 140 करोड़ देशवासियों ने पांच साल के लिए अपना जनादेश दे दिया है। आवश्यक है कि विकसित भारत के निर्माण के लिए इस संकल्प को सिद्धि में बदलने के लिए इस सदन के सभी माननीय सदस्यों का योगदान होना चाहिए।’

उन्होंने वर्तमान दौर में देश में सकारात्मक राजनीति की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा ‘मैं हमारे साथी पक्षों, इंडिया समूह के पक्ष के लोगों को कहना चाहूंगा कि आप आइए मैदान में सुशासन पर स्पर्धा करें। जहां-जहां आपकी सरकारें हैं राजग की सरकारों के साथ सुशासन पर स्पर्धा करें, सरकारी सेवाएं देने के मामले में स्पर्धा करें, लोगों की आकांक्षा पूरी करने में स्पर्धा करें। देश का भला हो जाए, आपका भी भला होगा।’

श्री मोदी ने कहा, ‘आप अच्छे कामों के लिए राजग से स्पर्धा करें, आप सुधारों के मामलें में हिम्मत करें। जहां-जहां आपकी सरकारें हैं वे सुधार करें , विदेशी निवेश को आकर्षित करें। ….कौन सरकार ज्यादा रोजगार देती है उस स्पर्धा के लिए मैदान में आए, एक तंदुरुस्त स्पर्धा हो।’

प्रधानमंत्री ने संस्कृत की उक्ति ‘गहना कर्मणोगति:- यानि कर्म की गति गहन है’ का उल्लेख करते हुए कहा कि इसलिए आक्षेप, झूठ, फरेब डिबेट ऐसे जीतने के बजाय कर्म से, कुशलता से, समर्पण भाव से, सेवा भाव से जरा लोगों के दिल जीतने के लिए कोशिश होनी चाहिए।

श्री मोदी ने कहा कि देश को विकास की राह पर आगे बढ़ाना, हर गरीब को आवास देना और सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाना हमारी सरकार का दृढ़ संकल्प है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने जलवायु परिवर्तन के विरुद्ध लड़ाई के इस दौर में भारत को नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में शक्ति का केंद्र बनाने का प्रयास कर रही है। भविष्य ग्रीन हाइड्रोजन से जुड़ा है, ई-व्हीकल से जुड़ा हुआ है। भारत को ग्रीन हाइड्रोजन का हब बनाने के लिए भी हम पूरी तरह संकल्पबद्ध हैं।

उन्होंने कहा, ’21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के लिए जिन संकल्पों को लेकर के हम चले हैं, उसमें इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर की भी बहुत बड़ी भूमिका है। हमें आधुनिक इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर बनाना है। हमें विश्व के सारे बेंचमार्क की बराबरी पर जाना है।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके पिछले दस वर्ष के कार्यकाल में देश में बुनियादी आर्थिक अवसंरचना का अभूतपूर्व विकास हुआ है। इससे बहुत बड़े पैमाने पर रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसका विस्तार हो, उसको एक नए रंग रूप मिलें, आधुनिक भारत की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल विकास हो और उसके आधार पर इंडस्ट्री 4.0 में भी भारत नेतृत्व प्रदाता के रूप में उभरे और हमारे नौजवानों का भविष्य भी सवरें, उस दिशा में हम काम कर रहे हैं।

उन्होने इसी संदर्भ में एक अध्ययन रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पिछले 18 साल मे प्राइवेट सेक्टर में रोजगार सृजन का आज सबसे बड़ा रिकॉर्ड बना है । उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में हमने प्रतिस्पर्धा का एक पैमाना बनाया है, हमने जो गति पकड़ी है उसे आगे और तेज करना है।

श्री मोदी ने कहा कि 10 साल की अल्प अवधि में उनकी सरकार भारत की अर्थव्यवस्था को विश्व की 10 नंबर से 5 नंबर की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तक पहुंचाया है और ‘अब हम देश की इकोनॉमी को नंबर तीन पर ले जाएंगे।’

उन्होंने कहा, ‘हम आधुनिक भारत की तरफ भी जाएंगे। हम विकास की नई ऊंचाइयों को, लेकिन हमारी जड़ें जमीन से जुड़ी रहेंगी, हमारे पैर देश के जनसामान्य की जिंदगी से जुड़े रहेंगे, और हम चार करोड़ गरीबों के घर बना चुके हैं।’

श्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के काम से देश की जनता में एक नया उत्साह और विश्वास जगा है। उन्होंने कहा ‘और 10 साल में मैं कहूंगा मेरी सरकार की अनेक सफलताएं हैं, अनेक सिद्धियां हैं। लेकिन एक सिद्धि जिसने हर सिद्धियों में भी जोश भर दिया, ताकत भर दी वो थी देश निराशा की गर्त में से निकलकर के आशा और विश्वास के साथ खड़ा हो गया… आज देश कहने लगा तीव्र गति से 5जी का रोल आउट होना, देश गौरव से कहने लगा भारत कुछ भी कर सकता है।’

श्री मोदी ने यह भी कहा, ‘एक जमाना था जब कोयले घोटाले में बड़ों-बड़ों के हाथ काले हो चुके थे। आज कोयले का उत्पादन रिकार्ड बना रहा है। एक समय था 2014 के पहले का जब कि फोन बैंकिंग करके बड़े-बड़े बैंक घोटाले किये जा रहे थे। आज भारत का बैंक क्षेत्र सर्वाधिक मुनाफा करने वाला बैंक क्षेत्र बन गया है।

श्री मोदी ने सदस्यों को आगाह किया कि भारत की तरक्की के बढ़ने के साथ इसकी राह में रोड़े डालने के प्रयास भी हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘जिन्हें भारत की प्रगति से दिक्कत हैं, जो भारत की प्रगति को चुनौती के रूप में देखते हैं, वो गलत हथकंडे भी अपना रहे हैं। ये ताकतें भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था , युवा आबादी और विविधता पर हमला कर रही है।’ और ये चिंता सिर्फ मेरी नहीं है। ये चिंता सिर्फ सरकार की नहीं है बल्कि एक फैसले में उच्चतम न्यायालय भी इस तरह की बात लिख चुका है

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