यात्रा यदि आप शुरू कर रहे हैं और यात्रा के आरम्भ में ही आपकों नंगे सिर वाला ब्राह्मण दिखता है तो इसका शकुन की दृष्टि से क्या अर्थ है। आइये इसे जानते हैं। नंगे सिर ब्राह्मण पर ही यह शकुन प्रभावी रहता है। यदि सिर को ढक कर कोई ब्राह्मण दिखता है तो यह शकुन प्रभावी नहीं होता है।
यात्रा के प्रारम्भ में नंगे सिर ब्राह्मण का दिखना यात्रा के लिए विघ्नकारी माना गया है। ऐसे शकुन के बाद यात्री को यात्रा स्थगित कर देनी चाहिए। आम तौर पर नंगे सिर ब्राह्मण दिखने के बाद यात्री को पछताते ही पाया गया है। ब्राह्मण वैसे तो पूजनीय हैं, लेकिन यदि नंगे सिर मिले तो स्वयं ब्राह्मणों ने भी इसे अशुभ माना है। अत: ऐसी स्थिति में यदि यात्री को नंगे सिर ब्राह्मण दिखता है तो निश्चित तौर पर यात्री को यात्रा को स्थगित ही कर देना चाहिए।
चींटियों का झुंड-
यदि कभी चींटियों का झुंड रेली की तरह से आगे-पीछे ऊपर की ओर जाती दिखाई दें तो इसे शकुन के रूप में भारी वर्षा समझना चाहिए।