जम्मू 09 अप्रैल (एजेंसी)। जम्मू-कश्मीर में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने बुधवार को आरोप लगाया कि सत्तारुढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) विधायक प्रदेश में ‘विधायी जिहाद’ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और वह इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता श्री शर्मा ने यहां विधानसभा में संवाददाताओं से कहा, “वे (नेकां) ‘विधायी जिहाद’ फैलाने के लिए राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग कर रहे हैं, ऐसा कभी नहीं होगा।” विधानसभा की कार्यवाही नेकां और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायकों द्वारा वक्फ संशोधन अधिनियम पर चर्चा की मांग को लेकर हुए हंगामे के बीच स्थगित कर दी गई।
श्री शर्मा ने कहा, “नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों ने विधानसभा में कुछ आपत्तिजनक नारे लगाए और यही नारे 1990 में कश्मीरी पंडितों के पलायन के समय कश्मीर घाटी में लगाए गए थे।” उन्होंने कहा, “नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक और सरकार जम्मू-कश्मीर में ‘विधायी जिहाद’ फैलाना चाहते हैं और भाजपा इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।”
विपक्ष के नेता ने कहा कि विधानसभा ‘विधायी जिहाद’ के लिए जगह नहीं है और हम इसे इसका आधार नहीं बनने देंगे। उन्होंने कहा, “विधानसभा इस तरह के आपत्तिजनक नारों के लिए जगह नहीं है।” उन्होंने कहा, “यही कारण है कि वे राज्य का दर्जा चाहते हैं। उमर साहब आपको इस तरह के जिहाद के लिए राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा।”
वक्फ बिल को लेकर पिछले तीन दिनों से जम्मू कश्मीर विधानसभा में मचे हंगामे पर उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर शोर मचा रही है और सदन को चलने नहीं दे रही है।
इस बीच भाजपा विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया ने भी विधानसभा में नेकां विधायकों द्वारा की गई आपत्तिजनक नारेबाजी और बयानबाजी की आलोचना की। हालांकि, सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा की कार्यवाही तीन घंटे के लिए स्थगित कर दी गई, क्योंकि एनसी और पीडीपी विधायकों ने वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और हंगामा किया।
हालांकि, बाद में भाजपा विधायकों और आप विधायक मेहराज मलिक के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। भाजपा विधायक चौधरी विक्रम रंधावा, युद्धवीर सेठी, अरविंद गुप्ता ने कहा कि उन्होंने (मेहराज मलिक) हिंदुओं को गाली दी है। विधायकों ने कहा, “हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे, क्योंकि उन्होंने जो कहा है कि ‘हिंदू तिलक लगाने के पाप करता है’, हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे।” विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने सरकार पर महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “हमने दिहाड़ी मजदूरों के नियमितीकरण और बेरोजगारी के मुद्दों पर चर्चा की मांग के लिए स्थगन प्रस्ताव पेश किया, लेकिन सरकार ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों से बच रही है।”