काठमांडू।नेपाल में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी) (सीपीएन-यूएमएल) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल से पद छोड़ने का आह्वान किया ताकि ”राष्ट्रीय सर्वसम्मति सरकार” के गठन का रास्ता साफ हो सके।
सत्तारूढ़ पार्टी ने बुधवार शाम को श्री दहल के लिए पद छोड़ने और सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व में ”राष्ट्रीय सर्वसम्मति सरकार” के गठन का समर्थन करने की समय सीमा तय की।
यह कदम प्रतिनिधि सभा में दो सबसे बड़ी पार्टियों नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल द्वारा सोमवार रात एक नए गठबंधन के लिए हाथ मिलाने पर सहमति जताने के बाद उठाया गया।
सीपीएन-यूएमएल के प्रचार विभाग के प्रमुख राजेंद्र गौतम ने कहा, ”हमने प्रधानमंत्री से हमारे पार्टी अध्यक्ष के नेतृत्व में राष्ट्रीय सर्वसम्मति सरकार के गठन का समर्थन करने के लिए इस्तीफा देने का आह्वान किया है।”
श्री गौतम ने कहा, ”हमारी पार्टी चाहती है कि श्री दहल के नेतृत्व वाली नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएन) (माओवादी केंद्र) समेत सभी दल नई सरकार में शामिल हों।”
सीपीएन ने घोषणा की है कि श्री दहल अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे बल्कि निचले सदन में विश्वास मत मांगेंगे।
श्री दहल दिसंबर 2022 में गठबंधन सरकार के प्रमुख बनें। नवंबर में हुए आम चुनाव में निचले सदन में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था और प्रधानमंत्री ने तब से नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल दोनों के साथ गठबंधन किया।
नेपाल में सत्तारूढ़ सहयोगी ने प्रधानमंत्री से इस्तीफा देने का आह्वान किया
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