अगर आपकी निंदा हो रही हो। निंदा भी उन कार्यों के लिए जो आपने किए ही नहीं हो या उन कार्यों के लिए, जो आपसे त्रुटिवश हो गए हो, आपको उनका प्रायश्चित भी हो रहा हो तो ऐसे में आपको निंदा रोकने के लिए एक प्रभावशाली मंत्र हम आपको बताने जा रहे है। यह मंत्र राम चरित मानस से लिया गया है।
इसके प्रभाव से आप निंदा रोकने में सफल हो सकते हैं, बशर्तें आपमें प्रायश्चित का भाव हो और सच्चे हृदय से भगवान श्री राम की शरण को प्राप्त हुए हो।
राम कृपाँ अवरेब सुधारी।
बिबुध धारि भई गुनद गोहारी।।
सफेद चौंटली की माला पर नित्य 1०8 बार उक्त मंत्र का पाठ करते रहने से निंदा करने वालों की जिह्वा साधक के विपक्ष में शब्दोच्चारण नहीं करती है।
इस मंत्र के प्रयोग से निंदा करने वालों का स्तम्भन किया जाता है। यह असरदार प्रयोग है। इसके लिए जरूरत इस बात की है कि सच्चे हृदय से हम भगवान श्री राम को समर्पण कर उनका पूजन अर्चन करें।