दीपावली का त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है, क्योंकि प्रत्येक दिन का विशेष महत्व और कथा होती है:
1. पहला दिन (धनतेरस): इस दिन धन के देवता कुबेर और आयुर्वेद के देवता धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इस दिन नए बर्तन और आभूषण खरीदने की परंपरा है।
2. दूसरा दिन (नरक चतुर्दशी/छोटी दीपावली): इस दिन नरकासुर का वध किया गया था। लोग इस दिन उपवास रखते हैं और घरों में दीप जलाते हैं।
3. तीसरा दिन (दीपावली/लक्ष्मी पूजा): यह मुख्य दिन है जब देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस दिन दीयों से घरों को सजाया जाता है और पटाखे फोड़े जाते हैं।
4. चौथा दिन (गोवर्धन पूजा): इस दिन भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर गोकुलवासियों की रक्षा की थी। इस दिन लोग गोवर्धन की पूजा करते हैं।
5. पांचवां दिन (भाई दूज): इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं और भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं।
इन पांच दिनों के माध्यम से दीपावली का त्योहार समृद्धि, प्रेम, और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
गोवर्धन पूजा कर मनाना चाहिए अन्नकूट पर्व, आरोग्य के साथ ही होता है दारिद्रता का नाश
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