पपीता एक ऐसा फल है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त लाभकारी माना जाता है। वृद्धावस्था में पपीता अत्यधिक लाभप्रद रहता है। यह वृद्धावस्था में भी शक्ति देने वाला फल है। बुढ़ापे में जो कमजोरियां हावी होने लगती है, उन्हें कम करता है, बशर्ते इसका नियमित रूप से सेवन किया जाए। सुबह-सुबह पपीता खाने से भूख अच्छी लगती है। कब्ज की समस्या से भी निजात मिल जाती है।
यह भी जरूर पढ़ें- अम्बाजी मंदिर: गुजरात का भव्य प्राचीन मंदिर
मध्याह्न् भोजन के बाद पपीता खाने से भोजन की पाचन क्षमता में वृद्धि होती है। शाम को भी भूख लगी हो तो पपीता खाना श्रेयस्कर होता है। पपीता का नियमित सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त लाभकारी होता है। पाचन सम्बन्धित रोगों में पपीता विशेष रूप से लाभकारी होता है।
यह भी जरूर पढ़ें- आरासुरी अम्बाजी शक्तिपीठ: यहाँ प्रवास से ही मिलाता है अतुल्य पुण्य
अत्यधिक दवाओं के दुष्प्रभाव को भी पपीता कम करता है। विशेष तौर पर जो लोग अधिक दवाओं का सेवन करते हैं, उसका उन पर दुष्प्रभाव भी पड़ता है, लेकिन अगर पपीते का नियमित सेवन किया जाए तो इन दवाओं के दुष्प्रभाव को कम किया सकता है।
यह भी पढ़ें- आमलकी एकादशी का व्रत देता है परम सौभाग्य
यह भी पढ़ें- एकादशी के दिन भूल से ये न करें, यह जरूर करें