पेट की फड़कन से भी हमें भविष्य के प्रभावी संकेत प्राप्त हो जाते हैं। यह संकेत हम समझ जाते हैं तो हमें भविष्य को लेकर काफी कुछ अंदाजा लग जाता है। यदि नकारात्मक होता है तो हम सचेत हो जाते हैं और अगर सकारात्मक होता है तो भी हम इसका फायदा उठा सकते हैं।
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अगर उदर फड़के तो यह अन्न समृद्धि की सूचना प्रदान करता है, लेकिन इसमें दायें-बायें के भेद होते है। उसी के अनुसार फल में भिन्नता आती है। अगर उदर का दांया हिस्सा फड़के तो घर में सुख, ऐश्वर्य और प्रसन्नता आती है और अगर बाया हिस्सा फड़कता है तो मंद गति से वृद्धि को व्यक्त करता है।
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कुछ विद्बानों का मत है कि यह शुभ नहीं होता है। यह धन की कमी की ओर इंगित करता है। अगर पेट का ऊपरी हिस्सा फड़के तो हानिकारक हो सकता है, लेकिन नीचे का हिस्सा फड़कना शुभ ही रहता है। अच्छे भोजन की प्राप्ति का संकेत कहा जा सकता है। यह पुरुषों से सम्बन्धित शकुन है, स्त्रियों के मामले में इसे दायें-बायें उलटकर देखे।
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