पेट में गाँठ, उल्टी – जी मिचलाना व गर्भावस्था की उल्टी में होगा जबरदस्त फायदा

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pet-mein-gaanth-ultee-jee-michalaana-va-garbhaavastha-kee-ultee-mein-hoga-jabaradast-phaayada पेट में गाँठ-

( 1 ) गाजर व चुकन्दर के मिश्रित रस का एक – एक गिलास नित्य दो बार एक- दो महीने तक पीते रहें।

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( 2 ) एक गिलास चुकन्दर के रस में आधा नीबू, दो चम्मच शहद मिलाकर पीते रहें। पेट या कहीं भी गाँठ हो, पिघल जायेगी।

उल्टी 

जी मिचलाना आरम्भ होते ही नीबू का सेवन करना चाहिए। इससे उल्टी नहीं होती। नीबू में शक्कर और कालीमिर्च, दोनों भरकर चूसने से भी उल्टी बन्द हो जाती है। उल्टी में नीबू को गर्म नहीं करना चाहिए। नीबू का रस एक चम्मच, पानी एक चम्मच और ग्लूकोज एक चम्मच मिलाकर एक – एक घण्टे से लें। उल्टियाँ बन्द हो जायेंगी।

( 1 ) आधा कप पानी में 15 बूँद नीबू का रस, भुना – पिसा हुआ जीरा, पिसी हुई एक छोटी इलायची मिलाकर हर आधे घण्टे बाद पियें। उल्टी होना बन्द हो जायेगी।

( 2 ) नीबू के छि सुखाकर, जलाकर राख बना लें। चौथाई चम्मच राख, आधा चम्मच शहद में मिलाकर चाटने से उल्टी बन्द हो जाती है।

( 3 ) दो छोटी इलायची पीसकर नीबू की फाँक में भरकर चूसने से उल्टी बन्द हो जाती है।

( 4 ) चौथाई कप पानी में आधा नीबू निचोड़कर मिला लें। इसकी एक चम्मच हर पन्द्रह मिनट बाद पियें उल्टी बन्द हो जायेगी।

( 5 ) सेंधा नमक, हरा धनिया पर आधा नीबू निचोड़कर, चटनी बना लें। जब तक उल्टी हो , बार – बार आधा चम्मच चाटते रहें।

( 6 ) नीबू, प्याज, पोदीना की चटनी बार – बार चाटें।

( 7 ) नीबू की एक फाँक में मिश्री भरकर चूसें ।

( 8 ) जी मिचलाते ही, उल्टी की इच्छा होतें ही नीबू की फाँक में काला नमक, कालीमिर्च भरकर चूसें। उल्टी नहीं होगी।

( 9 ) यात्रा ( जल, थल, नभ, सभी ) में उल्टी हो तो नीबू चूसते रहें।

( 10 ) शिशु दूध पीने के बाद उल्टी करता हो तो दूध पिलाने के कुछ देर बाद तीन बूंद नीबू का रस एक चम्मच पानी में मिलाकर पिलायें।

( 11 ) उल्टियाँ लगातार होती रहें, दवा देने पर भी बन्द नहीं हों तो नीबू के आठ बीज पीसकर तीन चम्मच पानी में घोलकर, छानकर आधा – आधा घण्टे के अन्तर से तीन बार पिलायें। उल्टियाँ बन्द हो जायेंगी। उल्टी बन्द हो जाये तो आगे नहीं पिलायें।

गर्भावस्था की उल्टी

( 1 ) 100 ग्राम कच्चा जीरा, 30 ग्राम सेंधा नमक पीसकर नीबू के रस में तर कर लें, ये रस में डूबे रहें, इनको भीगते रहने दें। प्रतिदिन एक बार स्टील की चम्मच से हिला दें। सूख जाने पर आधा चम्मच प्रतिदिन तीन बार चबायें। गर्भावस्था में होने वाली उल्टियाँ बन्द हो जायेंगी।

( 2 ) ठण्डे पानी में नीबू निचोड़कर पीने से गर्भावस्था की उल्टी में लाभ होता है।

शिशुओं की उल्टी- ( 1 ) नीबू के रस की पाँच बूंद तीन चम्मच पानी में मिलाकर पिलायें, शिशु दूध नहीं उलटेगा।

#प्रेगनेंसी_में उल्टी_कितने_महीने_तक होती_है

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