लखनऊ। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम, विकास संस्थान, भारत सरकार के सहयोग से हर महीने के दूसरे और चौथे बुधवार को आई पी क्लिनिक- कैंप “ऑन द स्पॉट फाइलिंग एंड काउंसलिंग सेशन” आई पी आर पर एक आई पी क्लिनिक लांच किया । कोई भी व्यक्ति दोपहर 3 बजे से शाम 4 बजे के बीच PHD चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, लखनऊ में जा कर या ऑनलाइन जुड़ कर निशुल्क में इस सुविधा का लाभ उठा सकता है।
कैंप का उद्देश्य हैं लोगों कि आईपी आवेदन भरने और अभियोजन में सहायता करना तथा MSMEs और स्टार्ट-अप्स को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न बौद्धिक संपदा अधिकारों, जैसे पेटेंट, ट्रेडमार्क, कॉपीराइट, डिजाइन, भौगोलिक संकेत पर सामान्य सलाह प्रदान करना हैं।
आईपीआर विशेषज्ञों ने आईपीआर रणनीति, दृष्टिकोण और बजट पर हर व्यक्ति से इंटरैक्टिव और समाधान आधारित परामर्श किया।
श्री राहुल बग्गा, अदास्त्रा आईपी (आईपीआर एक्सपर्ट्स) ने कहा कि कंपनियों के लिए मूल्य सृजन के स्रोत के रूप में अमूर्त संपत्ति के बढ़ते लाभ ने बौद्धिक संपदा अधिकारों को और अधिक आकर्षक व सरल बना दिया है। उन्होंने एक उद्यम की बौद्धिक संपदा और वैश्विक बाजारों में इसके निहितार्थ को हासिल करने की प्रक्रियाओं और महत्व के बारे में भी बताया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान है इस प्रकार MSMEs और स्टार्ट-अप के लाभ के लिए सहज समर्थन वातावरण आवश्यक है।
सत्र का संचालन पीएचडी चैंबर के श्री अतुल श्रीवास्तव रेजिडेंट डायरेक्टर द्वारा किया गया। प्रतिभागियों सत्र के विशेषज्ञों से कई सवाल किए जिनका विशेषज्ञों ने अच्छी तरह से समाधान बताया।