पीठ के फड़कने के संकेत आम तौर पर देखने में मिल जाते हैं, लेकिन अधिकांश लोग यह नहीं समझ पाते हैं कि इसका अर्थ है। आइये, आज हम आपको पीठ के फड़कने सम्बन्धित शकुन-अपशकुन के सम्बन्ध में बताने जा रहे हैं। अगर किसी के पीठ के निचले भाग में फड़कन हो तो यह इस बात का संकेत है कि बहुत से मनुष्यों के अनुयायी बनने का आभास है। पीठ के फड़कने के फल भी बायें-दायें के अनुसार होते हैं। सामान्य फल के अनुसार शत्रुनाश, राज सम्मान की प्राप्ति व सर्वकार्य सिद्धि होने के संकेत हैं।
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अगर पीठ दायीं ओर से फड़के तो शुभ होता है। यह इस बात का संकेत है कि व्यक्ति को ऐश्वर्य की प्राप्ति हो सकती है। अगर पीठ बायीं ओर से फड़के तो इसे अशुभ ही जानना चाहिए। किसी प्रकार के विवाद की आशंका बनी रहती है। मुकदमें में फंसने की आशंका भी बनी रहती है। पराजय देखनी पड़ती है।
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अगर यह भाग मंद फड़कन के साथ हो तो घर में कन्या का जन्म संभव है, लेकिन तीव्र फड़कन के साथ अकुशल प्रसव की आशंका व्यक्त करता है। अगर पीठ का ऊपरी हिस्सा फड़के तो धन व वैभव की प्राप्ति का संकेत समझना चाहिए। यह पुरुषों के मामले में संकेत होते हैं, स्त्रियों के मामले में इसे दायें-बाये को उलट कर देखना चाहिए।
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