पुरी । रथों के निर्माण में 12 दिनों की देरी के कारण तेजी सेे रथ निर्माण के लिये दो पालियों में कार्य किया जा रहा है।
परंपरागत रूप से रथों का निर्माण अक्षय तृतीया से शुरू हो जाता है।
इस वर्ष कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन दिशा निर्देशों और सरकार से मंजूरी मिलने के बाद कार्य शुरु हुआ है। कोरोन वायरस के प्रकोप के कारण ओडिशा की वार्षिक रथ यात्रा के लिये तीनों रथों का निर्माण करने वाले 200 बढ़ई, रूपकार, भोई सेवक, दर्जी और विश्वकर्मा 45 दिनों के आइसोलेशन में रहेंगे।
श्री जगन्नाथ मंदिर के प्रशासक विकास अजय कुमार जेना ने कहा कि सभी तीनों रथों के निर्माण होने तक ये सभी अपने परिवारों से अलग तीन मंदिर द्वारा संचालित होटलों में रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारी प्रतिदिन सेवकों की स्वास्थ्य जांच करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक सेवादार को व्यक्तिगत किट प्रदान की गई और उन्हें नाश्ता, दोपहर का भोजन, टिफिन, रात का खाना और मास्क दिया गया है। उनके बीच सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए कदम उठाए गए। इसके लिए उन्हें होटलों से यार्ड तक प्रतिदिन परिवहन प्रदान किया जा रहा है।