प्यास, मुँह की दुर्गन्ध व छाले ( Stomatitis ) में रामबाण
प्यास– प्याज पर नीबू, सेंधा नमक डालकर खाने से प्यास कम लगती है।
मुँह की दुर्गन्ध – एक गिलास पानी में एक नीबू निचोड़कर दो चम्मच गुलाबजल डालकर भोजन के बाद इस पानी से तीन कुल्ले करके बचा सारा पानी पी जायें। मुँह से दुर्गन्ध नहीं आयेगी।
कड़वा स्वाद – ( 1 ) रोगी प्रायः कहते हैं कि मुँह का स्वाद कड़वा रहता है, स्वाद खराब रहता है, जिससे खाना अच्छा नहीं लगता। नीबू की फाँक पर कालीमिर्च , काला नमक डालकर तवे पर सेंककर चूसने से मुँह में कड़वेपन का स्वाद अच्छा हो जाने से भोजन के प्रति रुचि बढ़ती है।
( 2 ) 5 कली लहसुन, आधा नीबू, जरा – सी अदरक, हरा धनिया या पोदीना, काला नमक, जीरा सबकी चटनी बनाकर भोजन के साथ खाने से भोजन के रुचि बढ़ती है।
दंत – मंजन सफाई — नीबू का एक छोटा- सा टुकड़ा लेकर इससे नित्य दाँत मलें और मञ्जन करें। दाँत मोती से चमकने लगेंगे।
पायोरिया , स्कर्वी ( Scurvy ) छाले, गले का दर्द – इनको ठीक करने के लिए नीबू अत्यधिक मात्रा में अर्थात् 4-5 नीबू तक का सेवन प्रतिदिन करें। नीबू का रस मसूढ़ों पर मलें। नीबू को गर्म पानी में निचोड़कर कुल्ले और गरारे करें। संतरा का अत्यधिक भी लाभदायक है। इनके प्रयोग से दाँत व मसूढ़ों के हर प्रकार के रोग ठीक हो जाते हैं।
छाले ( Stomatitis ) – ( 1 ) एक गिलास गर्म पानी में आधा नीबू निचोड़कर चार बार नित्य कुल्ले करें।
( 2 ) नित्य नीबू व पानी में स्वाद के लिए चीनी या नमक डालकर प्रातः भूखे पेट पियें। रात को सोते समय एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच घी डालकर पियें। लम्बे समय दो महीने तक प्रयोग करने से भविष्य में छाले होना बन्द हो जाते हैं।