अयोध्या । मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अनंत हैं, अविनाशी हैं। उनकी सम्पूर्ण गाथा को लिपिबद्ध करना आसान नहीं रहा होगा। तमाम रचनाकारों ने अपने-अपने बुद्धिबल के अनुसार उनकी पावन गाथा का वर्णन किया है। श्री राम ने जीवन के हर पड़ाव में आदर्श के उच्च मापदंड स्थापित किए हैं, वे अतुलनीय और अकल्पनीय है, इसलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए जाते हैं। देश दुनिया के करोड़ों रामभक्तों के अयोध्या में भव्य राम मंदिर के सपने को साकार करने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को राम की नगरी में पहुंचे, जहां उनका स्वागत सोशल डिस्टेसिंग के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
अयोध्या में तय समय के अनुसार प्रधानमंत्री का हेलीकाप्टर साकेत डिग्री कालेज में बने अस्थायी हैलीपेड पर उतरा जहां पहले से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी आगवानी के लिये मौजूद थे। श्री मोदी भारतीय पारंपरिक पोशाक हल्के पीले रंग का कुर्ता,सफेद धोती और भगवा रंग के गमझे में थे। हेलीकाप्टर से उतरने के बाद श्री मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अभिवादन स्वीकार किया।
प्रधानमंत्री ने कोरोना संक्रमण के लिये तय गाइडलाइन का पूरा पालन किया। वह मास्क लगाये हुये थे जबकि मुख्यमंत्री भी मास्क धारण किये हुये थे। उनका स्वागत करने वाले दो मीटर की दूरी पर बनाये गये सफेद रंग के गोलों में खड़े थे। श्री मोदी ने सभी का अभिवादन स्वीकार करते हुये अपने वाहन की ओर रूख किया।
बाद में श्री मोदी का काफिला हनुमानगढ़ी के लिये रवाना हो गये। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सड़क पर सन्नाटा था लेकिन छतों पर खड़े लोग हाथ हिलाकर अपने प्रधानमंत्री का स्वागत कर रहे थे।
श्री मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री है जो श्रीरामजन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला के दर्शन करेंगे। श्री मोदी इससे पहले वर्ष 1991 में आये थे जब उनसे एक पत्रकार ने संयोग से दोबारा आने का समय पूछा था। उस समय उन्होने मुस्करा कर कहा था कि अब अयोध्या तभी आऊंगा जब राम मंदिर का निर्माण शुरू होगा।
श्री मोदी रामभक्त हनुमान का दर्शन पूजन कर उनसे भूमि पूजन की अनुमति मांगेगे। दस मिनट प्रसिद्ध हनुमान गढ़ी में बिताने के बाद वह करीब 12 बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुंच जायेंगे जहां वह विधिवत रामलला विराजमान का दर्शन पूजन करेंगे।
भूमि पूजन कार्यक्रम से पहले श्री मोदी 1215 बजे रामलला परिसर में पारिजात का पौधा रोपेंगे। इसके बाद 1230 बजे 1230 बजे भूमिपूजन कार्यक्रम का शुभारंभ हो जायेगा। काशी में ज्योर्तिलिंग बाबा विश्वनाथ को अर्पित करने के बाद शिलान्यास के लिये विशेष रूप से लाये गये चांदी का कछुआ, रामनाम अंकित चांदी के पांच बेलपत्र, सवा पाव चंदन और पंचरत्न मंदिर की नींव में डाले जायेंगे।
अपरान्ह 12:40 बजे राम मंदिर की आधारशिला की स्थापना की जायेगी। करीब सवा घंटे के इस कार्यक्रम को सम्पन्न कराने के बाद श्री मोदी दोपहर दो बजकर पांच मिनट पर साकेत डिग्री कॉलेज के हेलीपैड के लिये प्रस्थान करेंगे जहां से दो बजकर 20 मिनट पर उनका हेलीकाप्टर लखनऊ के लिये उड़ जायेगा। इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को अयोध्या में ऐतिहासिक हनुमान गढ़ी मंदिर में परम रामभक्त हनुमान जी से राम मंदिर निर्माण के लिये भूमि पूजन की आज्ञा मांगी।
श्री मोदी आज यहां सुबह करीब साढ़े 11 बजे साकेत डिग्री कालेज हेलीकाप्टर से पहुंचे जहां से उनका काफिला हनुमानगढ़ी के लिये रवाना हो गया। प्रधानमंत्री ने हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंच कर हनुमान जी की विधिवत पूजा अर्चना की और आरती उतारी। आरती माथे पर लगाने के बाद उन्होने दक्षिणा रख रामभक्त से भूमि पूजन की आज्ञा मांगी।