रक्तक्षीणता ( Anaemia ) – ( 1 ) जिनके शरीर में रक्त की कमी हो, शरीर दिन पर दिन गिरता जाए, उन्हें नीबू और टमाटर के रस का सेवन लाभ पहुंचाता है।
( 2 ) नीबू के रस को एक गिलास पानी में मिलाकर स्वादानुसार नमक मिलाकर पीना चाहिए। इससे शरीर में रक्ताल्पता सम्बन्धी दोष दूर हो जाते हैं।
रक्तविकार — उबलते हुए पानी का एक गिलास भरकर इसमें दो नीबू निचोड़कर पीने योग्य ठण्डा होने पर नित्य प्रातः एक मास तक पीते रहने से रक्त विकार ठीक हो जाता है।
रक्तवर्धक- ( 1 ) एक गिलास पानी में एक नीबू निचोड़कर इसमें 25 ग्राम किशमिश डाल दें। इसे रात को खुले स्थान पर रख दें। प्रातः भीगी हुई किशमिश खाते जायें और यह पानी पी जायें। इस प्रकार नीबू पानी में भिगी हुई किशमिश खाने से रक्त बढ़ता है जिससे रक्त की कमी के रोगों में लाभ होता है।
( 2 ) मूली काटकर अदरक के टुकड़े और नीबू डालकर खायें। इससे रक्त की कमी दूर हो जाती है।
नाखून न बढ़ना– ( 1 ) यदि आपके नाखून न बढ़ते हों तो गर्म पानी में नीबू निचोड़कर उसमें पाँच मिनट तक अँगुलियाँ रखें, फिर तुरन्त ही हाथ ठण्डे पानी में रखें। इससे नाखून बढ़ने लगेंगे।
( 2 ) नाखूनों पर नीबू का रस लगाने से वे बहुत मजबूत और सुन्दर रहते हैं। अँगुलियों को धोकर उनके अग्रभाग पर नीबू रगड़कर सुखा लें। नाखूनों के पास की त्वचा पकती हो तो नीबू के हरे पत्ते और नमक पीसकर लगायें। 15 दिन लगाने पर आप देखेंगे कि नाखूनों की त्वचा पकना बन्द हो गई है।