ग्रह पीड़ा निवारणार्थ कौन से रत्न धारण करने चाहिए। आज हम इस बारे में आपको बताने जा रहे हैं। आमतौर लोग इसे लेकर भ्रम में रहते हैं, इसलिए हम आपको संक्षेप में इस बारे में बताने जा रहे हैं। सूर्य की शांति के लिए माणिक्य सोने की अंगूठी में धारण करना चाहिए। चंद्र ग्रह की शांति के लिए मोती चांदी की अंगूठी में धारण करना चाहिए। मंगल की शांति के लिए मूंगे को सोने की अंगूठी में धारण करना चाहिए। बुध की शांति के लिए पन्ने को सोने की अंगूठी में धारण करना चाहिए।
गुरु ग्रह की शांति के लिए पुखराज सोने की अंगूठी में धारण करना चाहिए। शुक्र की शांति के लिए हीरे को सोने की अंगूठी में धारण करना चाहिए। शनि ग्रह की शांति के लिए नीलम को चांदी की अंगूठी में धारण करना चाहिए। राहु की शांति के लिए गोमेद को चांदी की अंगूठी में धारण करना चाहिए। केतु की शांति के लिए लहसुनिया को चांदी की अंगूठी में धारण करना चाहिए।
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प्रत्येक ग्रह की अंगूठियां उन्हीं-उन्हीं ग्रह के दिनों में दूध से स्नान कराकर धूप-दीप-नैवेद्य लगाकर ग्रहों का ध्यान करते हुए धारण करना चाहिए। रही बात राहु व केतु की तो उनके रत्न शनिवार को धारण करने चाहिए।