भगवान शिव के 108 नामों का जाप अत्यंत शुभ और फलदायक माना जाता है। यह जाप न केवल आध्यात्मिक उन्नति के लिए, बल्कि मानसिक शांति, स्वास्थ्य, और समृद्धि के लिए भी किया जाता है। इस मंत्र के जाप से ग्रह भी अनुकूल फल देने लगते हैं। आइए जानते हैं इसके प्रमुख फल:
🔱 भगवान शिव के 108 नाम जाप के फल:
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आध्यात्मिक शुद्धि:
शिव के नामों का जाप मन को शुद्ध करता है और आत्मा को दिव्यता की ओर ले जाता है।Advertisment -
पापों का क्षय:
नियमित जाप से जन्मों-जन्मांतर के पापों का नाश होता है। विशेष रूप से “महामृत्युंजय” नाम से जुड़े जाप मृत्यु के भय को दूर करते हैं। -
मन की शांति:
शिव के नामों में उच्च कंपन (high vibrations) होती है जो मानसिक तनाव, चिंता और भय को शांत करती है। -
आरोग्य लाभ:
शिव को वैद्यराज (सर्वश्रेष्ठ चिकित्सक) कहा जाता है। उनके नामों का जाप स्वास्थ्य में सुधार लाता है। -
रुके हुए कार्यों में सफलता:
नाम-जप से जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। -
कुंडलिनी जागरण और ध्यान में गहराई:
योगियों के अनुसार, शिव के नामों का जप कुंडलिनी शक्ति को जागृत करने में सहायक होता है। -
मृत्यु के भय से मुक्ति:
“मृत्युंजय” (मृत्यु पर विजय) जैसे नामों का जप काल भय से रक्षा करता है।
📿 जाप कैसे करें:
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सुबह-सुबह स्नान करके शांत चित्त से जाप करें।
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रुद्राक्ष की माला से 108 बार शिव के नामों का जाप करें।
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जाप करते समय “ॐ नमः शिवाय” या शिव के प्रत्येक नाम के साथ “ॐ” जोड़ें।
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आप चाहें तो शिव के 108 नामों की सूची पढ़ते हुए भी जाप कर सकते हैं।
भगवान शिव के 108 नाम
ॐ महाकाल नमः
ॐ भीमेश्वर नमः
ॐ विषधारी नमः
ॐ बम भोले नमः
ॐ विश्वनाथ नमः
ॐ अनादिदेव नमः
ॐ उमापति नमः
ॐ गोरापति नमः
ॐ गणपिता नमः
ॐ ओंकार स्वामी नमः
ॐ ओंकारेश्वर नमः
ॐ शंकर त्रिशूलधारी नमः
ॐ भोले बाबा नमः
ॐ शिवजी नमः
ॐ रुद्रनाथ नमः
ॐ भीमशंकर नमः
ॐ नटराज नमः
ॐ प्रलेयन्कार नमः
ॐ चंद्रमोली नमः
ॐ डमरूधारी नमः
ॐ चंद्रधारी नमः
ॐ दक्षेश्वर नमः
ॐ घ्रेनश्वर नमः
ॐ मणिमहेश नमः
ॐ अनादी नमः
ॐ अमर नमः
ॐ आशुतोष महाराज नमः
ॐ विलवकेश्वर नमः
ॐ भोलेनाथ नमः
ॐ कैलाश पति नमः
ॐ भूतनाथ नमः
ॐ नंदराज नमः
ॐ नन्दी की सवारी नमः
ॐ ज्योतिलिंग नमः
ॐ मलिकार्जुन नमः
ॐ शम्भु नमः
ॐ नीलकंठ नमः
ॐ महाकालेश्वर नमः
ॐ त्रिपुरारी नमः
ॐ त्रिलोकनाथ नमः
ॐ त्रिनेत्रधारी नमः
ॐ बर्फानी बाबा नमः
ॐ लंकेश्वर नमः
ॐ अमरनाथ नमः
ॐ केदारनाथ नमः
ॐ मंगलेश्वर नमः
ॐ अर्धनारीश्वर नमः
ॐ नागार्जुन नमः
ॐ जटाधारी नमः
ॐ नीलेश्वर नमः
ॐ जगतपिता नमः
ॐ मृत्युन्जन नमः
ॐ नागधारी नमः
ॐ रामेश्वर नमः
ॐ गलसर्पमाला नमः
ॐ दीनानाथ नमः
ॐ सोमनाथ नमः
ॐ जोगी नमः
ॐ भंडारी बाबा नमः
ॐ बमलेहरी नमः
ॐ गोरीशंकर नमः
ॐ शिवाकांत नमः
ॐ महेश्वराए नमः
ॐ महेश नमः
ॐ संकटहारी नमः
ॐ महेश्वर नमः
ॐ रुंडमालाधारी नमः
ॐ जगपालनकर्ता नमः
ॐ पशुपति नमः
ॐ संगमेश्वर नमः
ॐ अचलेश्वर नमः
ॐ ओलोकानाथ नमः
ॐ आदिनाथ नम:
ॐ देवदेवेश्वर नमः
ॐ प्राणनाथ नमः
ॐ शिवम् नमः
ॐ महादानी नमः
ॐ शिवदानी नमः
ॐ अभयंकर नमः
ॐ पातालेश्वर नमः
ॐ धूधेश्वर नमः
ॐ सर्पधारी नमः
ॐ त्रिलोकिनरेश नमः
ॐ हठ योगी नमः
ॐ विश्लेश्वर नमः
ॐ नागाधिराज नमः
ॐ सर्वेश्वर नमः
ॐ उमाकांत नमः
ॐ बाबा चंद्रेश्वर नमः
ॐ त्रिकालदर्शी नमः
ॐ त्रिलोकी स्वामी नमः
ॐ महादेव नमः
ॐ गढ़शंकर नमः
ॐ मुक्तेश्वर नमः
ॐ नटेषर नमः
ॐ गिरजापति नमः
ॐ भद्रेश्वर नमः
ॐ त्रिपुनाशक नमः
ॐ निर्जेश्वर नमः
ॐ किरातेश्वर नमः
ॐ जागेश्वर नमः
ॐ अबधूतपति नमः
ॐ भीलपति नमः
ॐ जितनाथ नमः
ॐ वृषेश्वर नमः
ॐ भूतेश्वर नमः
ॐ बैजूनाथ नमः
ॐ नागेश्वर नमः