सपने में चूड़ियां,देश निकाला, दावत, पीपे व जलपात्र

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सपने में चूड़ियां,देश निकाला, दावत, पीपे व जलपात्र

चूड़ियां– यदि कोई पुरुष स्वप्न में अपनी कलाई में चूड़ियां पहने तो समझो उसे शीघ्र बन्दी घर में बन्द होना पड़ेगा या बन्दीघर में जाने का खतरा होगा।

देश निकाला– स्वप्न में यदि कोई देखे कि उसे अपने देश से निकाल दिया गया है तो समझो बड़ा दुःख आने वाला है, पर होगा यह अल्पकालिक।

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दावत – स्वप्न में यदि कोई दावत खिलाता है तो यह इस बात का संकेत है कि उसके बुरे दिन आने वाले हैं । पर द्रष्टा किसी अन्य द्वारा दी गयी दावत में सम्मिलित होता है तो यह उसके अच्छे भाग्य का द्योतक है। दावत में यदि बरतन और खाने का सामान इधर – उधर बिखरा हुआ दीखे तो समझो कि परिवार में झगड़ा होगा। दावत में यदि स्त्री दीखे तो समझो विवाह होगा।

खत्ती जिसमें अन्न – गेहूं आदि भरा जाता है , उसे खत्ती कहते हैं। यदि स्वप्न में खत्ती दोखे तो समझो प्रसन्नतायुक्त विवाह होगा। द्रष्टा की पत्नी कर्तव्यपरायण और घर के कार्यों में कुशल होगी। यदि खत्ती खाली दीखें तो यह दिवाला होने का सूचक है। यदि खत्ती से धुआं निकलता हुआ दीखे तो समझो बड़ी भारी आपत्ति आने वाली है।

पीपे- खाली पीपे स्वप्न में दीखे तो कष्ट होने वाला समझना चाहिए। परन्तु यदि पीपे भरे हैं तो ये अच्छे भाग्य के सूचक है।

जलपात्र– यदि स्वप्न में जल से भरा बरतन दीखता है तो यह सम्पत्ति का सूचक है, पर यदि खाली दीखता है तो दरिद्रता प्रकट करता है यदि बरतन पानी से भरा हो पर संयोग से उलट जाये तो समझना चाहिए कि उस पर भारी आपत्ति आने वाली है। यदि कोई व्यक्ति बरतन में पानी भर रहा है तो समझना चाहिए कि उसे आशा के विरूद्ध कहीं से सहायता मिलेगी।

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