जनसमूह – यदि किसी स्थान पर बढ़िया कपड़े पहने हुए लोगों की भीड़ इकट्ठी हो तो समझो कि अविवाहित स्वप्न द्रष्टा की शीघ्र ही शादी होने वाली है। यदि गन्दे कपड़े पहने हुए लोग इकट्ठे हों तो समझो द्रष्टा के सम्बन्धियों में से किसी की मृत्यु होगी।
जागना- यदि कोई अपने को जागता हुआ देखे तो समझो उसके दुर्भाग्य का अन्त होगा। यदि कोई देखे कि लोग यद्यपि उसे सोया हुआ समझ रहे हैं पर वह जाग रहा है तो समझना कि उसके बुरे दिन समाप्त हो गए हैं। यदि स्वप्न में द्रष्टा को कोई आकर सोते से जगाता है तो वह उसके बहुत अच्छे अवसर मिलने का सूचक है, जिससे लाभ उठाने में उसे चुकना नहीं चाहिए।
बच्चा- स्वप्न में बच्चे को देखना अच्छा भाग्य लाता है। यदि स्वप्न में अपनी पत्नी के बच्चा हुआ देखे तो यह धन प्राप्ति का सूचक है। किसी बच्चे को प्यार करना या उसकी देखभाल करना देखना प्रसन्नता लाता है।
पीठ- स्वप्न में यदि किसी की पीठ दीखे तो समझो अच्छे दिन अभी दूर हैं। यदि पीठ से खून दोखे तो समझना कि धोखेबाज मित्र या दुष्ट शत्रु कोई शरारत पूर्ण कार्य करेगा। यदि द्रष्टा किसी को अपनी पीठ पर ले जाता हुआ देखे तो यह उसके दासत्व का सूचक है।
sapane me pith, bachcha, jansamuh v jaagana