मित्र व शत्रु हर किसी के जीवन में होते हैं, कुछ शत्रु ऐसे भी होते हैं, जो आपके हर कार्य में बाधक बनते हैं, ऐसे शत्रुओं के मार्ग को कैसे अवरुद्ध किया जाए?, हम आपको यह बताने जा रहे हैं। वह भी केसर नाम की वनस्पति की प्रयोग से। यह एक तांत्रिक प्रयोग है। केसर का यह प्रयोग काफी प्रभावशाली माना जाता है। केसर के प्रयोग से शत्रु की गति को अवरुद्ध किया जा सकता है।
आइये जानते हैं, वह कौन सा मंत्र है, जिसका प्रयोग केसर से सम्बन्धित इस उपाय में किया जाता है। वह मंत्र है-
ऊॅँ सह बलेशाय स्वाहा।
सबसे पहले इस मंत्र को सिद्ध कर लीजिए। तत्पश्चात केसर की स्याही बना लीजिए। एक भोजपत्र पर अनार की लकड़ी की कलम से एक रास्ता बनाएं और उस पर शत्रु का नाम लिखकर नीले रंग का धागा फैला दें। फिर उपरोक्त मंत्र को 1०1 बार पढ़कर उस भोजपत्र कोे शत्रु के मकान-दुकान के आसपास भूमि में दबा दीजिए। इससे शत्रु की गति में बाधा आती है। केसर आपको किसी भी पंसारी की दुकान से प्राप्त हो जाएगा।
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बस जरूरत इस बात की है कि केसर असली होना चाहिए। बाजार में नकली केसर की भी भरमार है। केसर को रक्तचंदन, हरिचंदन, शोणित, सौरभ, केशर, अग्नि, अग्निशिखा, कश्मीरी, काश्मीरज, कांत, कुंकुम, देववल्लभा, पिशुन, पीतन, पीतक आदि नामों से पुकारा जाता है। तांत्रिक क्रिया में इसका प्रयोग काफी प्रभावशाली माना गया है।