माता दुर्गा भगवती की कृपा जिस पर हो जाती है, उसके संकट दूर हो जाते हैं। हम आपको एक ऐसा प्रभावी मंत्र बताने जा रहे हैं, जिसके प्रभाव साधक को शत्रु के भय से मुक्ति मिलती है। बस जरूरत है, पूर्ण श्रद्धा व विश्वास से समर्पित भाव से भगवती दुर्गा की अराधना व पूजा की जाए।
भगवती दुर्गा भक्त के संकटों को प्रसन्न होने पर क्षण मात्र में दूर कर देती है। जैसे भगवती ने प्रसन्न होने पर क्षणमात्र में शुम्भ-निशुम्भ समेत तमाम असुरों का नाश कर दिया था। वैसे ही वह भगवती दुर्गा प्रसन्न प्रसन्न होने पर आपके मार्ग की समस्त बाधाओं को दूर कर देती है।
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रुद्राक्ष की माला से प्रतिदिन 11 या 21 माला जप करने से शत्रु का भय समाप्त हो जाता है।
पावन दुर्गा मंत्र है-
ऊॅँ दुं दुर्गे शत्रुनाशाय
दुर्गति नाशाय दुं ऊॅँ फट्।।
मंत्र के अंत में फट् के स्थान पर स्वाहा लगाकर पांच माला मंत्र हवन करें। निश्चित तौर पर भगवती दुर्गा की कृपा से शत्रु के भय से मुक्ति मिलेगी। भगवती की कृपा आपको प्राप्त होगी और आनंद की प्राप्ति होगी। बस जरूरत है कि भगवती की अराधना व पूजन नियमित रूप से श्रद्धा से किया जाए, पूर्ण समर्पण भाव भक्त में होना चाहिए, संशय का स्थान उसके मन में नहीं होना चाहिये, तभी भगवती की पूर्ण कृपा प्राप्त होगी।
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