कौवे के बिना अधूरा होता है श्राद्ध

भाद्रपद मास की पूर्णिमा से लेकर अश्विन मास की अमावस्या तक चलने वाले पितृपक्ष के दौरान पितरों की आत्मा तृप्ति के लिए पंच बलि भोग में कौवे के भोग का बहुत महत्व माना गया है। श्राद्ध में पितरों की आत्मा को तृप्त करने के लिए देव, गाय, कौआ और श्वान का भोग सबसे पहले दिया … Continue reading कौवे के बिना अधूरा होता है श्राद्ध