दादा जी के आयुर्वेदिक नुस्खे
हम आपको एक ऐसे शक्तिवर्धक आयुर्वेदिक टानिक के बारे में बताने जा रहे है, जो होता तो साधारण है, लेकिन इसका प्रभाव बहुत अधिक हमारे शरीर पर पड़ता है। इसका नियमित प्रयोग किया जाए तो असाधारण रूप से शरीर के कई विकारों से मुक्ति मिल सकती है। सिरदर्द, मानसिक दुर्बलता आदि दूर करने में ये विशेष रूप से कारगर है। उपयोग के दो-तीन बाद ही इसका असर आपको अपने शरीर पर महसूस होने लगता है।
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एक नीबू को एक गिलास उबलते हुए पानी में निचोड़ कर पीते रहने से शरीर के अंग-अंग में नयी शक्ति अनुभव होने लगत है। नेत्र ज्योति तेज होने लगती है। मानसिक दुर्बलता भी इसके सेवन से कम होती है। सिरदर्द व पुटठो में झटके लगना बंद हो जाता है। इसके नियमित से थकावट की समस्या से भी निजात मिलती है।
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इसे बिना शक्कर और नमक मिलाए छोटे-छोटे घूंटों में पीना श्रेयस्कर होता है। अगर आप इस तरह से नहीं पी सकते है तो शहद दो चम्मच मिल सकते हैं।
असाध्य रोगों में लम्बे समय तक उपवास रखने के बाद खाना नहीं दिया जात है, लेकिन पानी में नीबू का रस मिलाकर रोगी के शरीर से दुषित पदार्थ निकल जाते हैं और रोग दूर हो जाते है। इसके नियमित प्रयोग से शरीर में स्फूर्ति बनी रहती है और थकान से मुक्ति मिलती है। यह शक्तिवर्धक और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाला होता है।