सपने में ओरौती, गूंज, ग्रहण, आनन्द, भंवर

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सपने में ओरौती, गूंज, ग्रहण, आनन्द, भंवर

ओरौती– यदि कोई छप्पर की ओरौती ( जहां छप्पर से पानी गिरता है ) के नीचे खड़ा हान का स्वप्न देखता है तो वह अपना धनकर दरिद्र हो जायेगा। यदि कोई किसान आरोती से पानी गिरता देखे तो उसकी फसल अच्छी होगी। यदि कोई व्यक्ति अपने मकान की ओरौती ( छन्जा ) को गिरता हुआ देखे तो उसे समझना चाहिए कि उस पर कोई भारी विपत्ति पड़ने वाली है। यदि कोई ओरौती मिट्टी की बनी देखे तो भी कष्ट का सूचक है। यदि छज्जा टिन का बना हुआ देखे तो समझो ऐसा समय आने वाला है, जब उसे खूब लाभ होगा।

गूंज– यदि कोई अपनी ही पुकार की गूंज सुने तो वह अपनी ही मूर्खता से अपने मित्रों से झगड़ा कर बैठेगा। यदि कोई किसान किसी कुएं से आई हुई गुंज को सुने तो समझो उसकी फसल बहुत खराब होगी। यदि किसी की अपने घर से आती हुई गूंज सुनाई दे तो समझो उसके परिवार के मुख्य सदस्यों में झगड़ा हो। यदि कोई अभियुक्त जिस पर मुकदमा चल रहा हो, जंगल से आती हुई गूंज सुने तो समझो उसे या तो देश निकाला होगा या उमर कैद होगी।

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ग्रहण– स्वप्न में चन्द्रग्रहण देखना द्रष्टा के मुख्य सम्बन्धी विशेष कर उसके परिवार के किसी स्त्री सदस्य की बीमारी या मृत्यु का सूचक है। सूर्य ग्रहण देखे तो देखने वाले की जीवन शक्ति और बल का ह्रास होगा। यह आर्थिक हानि का भी द्योतक है। यदि कोई स्त्री आशिक चन्द्रग्रहण देखे तो यह उसकी विवाहित लड़कियों में से एक की मृत्यु को बताता है। यदि वह आंशिक सूर्यग्रहण देखती है तो यह उसके बेटे की बीमारी अथवा पति के आर्थिक साधनों में कमी होने का सूचक है।

यदि बादलों और वर्षा के साथ कोई ग्रहण दिखाई दे तो द्रष्टा को मुसीबत में उसके मित्रों की सहायता मिलेगी।

आनन्द– यदि कोई स्वस्थ पुरूष अपने को अत्यन्त आनन्द अवस्था में होने का स्वप्न देखता है तो उसे चिन्ताएं दुःखी करेंगी। यदि कोई रूग्ण ऐसा स्वप्न देखे तो उसे स्वास्थ्य लाभ होगा। यदि कोई सैनिक देखे तो वह युद्धबन्दी बनेगा और यदि कोई किसी स्त्री का प्रेम पाने का इच्छुक देखें तो उसे हताश होना पड़ेगा।

भंवर– भंवर का सपना देखना सफल विवाहित जीवन का द्योतक है। यदि कोई भंवर में फंसना देखे तो समझो वह किसी विपत्ति में फंसेगा। घोषणा ( राज )- यदि कोई घोषणा करने का स्वप्न देखे तो उसके अधिकारों में वृद्धि होगी। यदि कोई किसी पत्थर पर पुरानी घोषणा खुदी हुई देखे तो उसका विद्वान् के रूप में सम्मान होगा।

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