शरीर में अगर आपके कोई भी भयानक से भयानक रोग हो गया हो और आप उससे मुक्ति पाना चाहते हैं तो इससे मुक्ति पाने का हम आपको सहज उपाय बताने जा रहे हैं। अगर आप हमारे बताए हुए इस उपाय को भक्ति पूर्वक और श्रद्धा के साथ करेंगे तो निश्चित तौर पर आपको किसी भी प्रकार के रोग से मुक्ति मिल पानी संभव होगी।
सुनने में या पढ़ने में आपको यह उपाय बहुत ही सामान्य नजर आता हो लेकिन है अत्यंत प्रभावशाली। शर्त इतनी है कि आप पूर्ण श्रद्धा भाव से इस उपाय को भगवान शंकर का ध्यान करते हुए करें। अब हम आपको उपाय के बारे में बताते हैं जो बेहद ही सहज है ।हर कोई व्यक्ति इसे आसानी से कर सकता है। पीड़ित व्यक्ति अगर शमी के वृक्ष की जड़ के नीचे दूध मिश्रित जल अवधूतेश्वर महादेव का नाम लेकर हफ्ते में एक बार कर दे, उसके रोग और शोक का निवारण होने लग जाता है। बड़ी से बड़ी बीमारी,जिससे आप मुक्ति पाना चाहते हैं तो ऐसा उपाय अपनए और और अपने जीवन को सुखी बनाएं।
हफ्ते में एक बार इस उपाय को अपने से आपको रोगों से मुक्ति मिल जाएगी।इस उपाय को करने के साथ एक बात और अगर आप कर लेते हैं तो निश्चित तौर पर भगवान शिव की कृपा आपके निरंतर मिलती रहेगी। इस उपाय को करने के साथ ही आप भगवान शंकर के मंदिर में जाएं और उन्हें दूध मिश्रित जल का अर्पण नियमित तौर पर करें। भगवान शिव के प्रति अब पूर्ण श्रद्धा रखें और जल और दुग्ध दूध मिश्रित जल अर्पित करें। जल अर्पण करते समय ओम शिवाय नमः या ओम नमः शिवाय का निरंतर जप करते रहें।
अगर आप यह दोनों उपाय अपनाते हैं तो आपके जीवन में हर प्रकार की शांति और संपन्नता आएगी। अंत में आपको एक बात और बताना चाहूंगा कि शमी का वृक्ष भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और भगवान शिव के पूजन में शमी शमी के वृक्ष की पत्तियों का अर्पण भी किया जाता है। हालांकि उपरोक्त उपाय एक बार करने से ही आपको परिणाम मिलने लग जाएंगे लेकिन अगर आप उपरोक्त उपायों को निरंतर करते रहते हैं तो आपके जीवन में समृद्धि के साथ ही अलौकिक दिव्यता की अनुभूति होने लगेगी।