सपने में झूला, सारस व रेंगना

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झूला ( पालना )– बच्चे सहित झूलता हुआ झूला सपने में दीखे तो समृद्धि का चिन्ह है। यदि कोई पुरूष खाली झूला देखें तो समझो पत्नी कभी गर्भ धारण नहीं करेगी। यदि कोई विवाहित स्त्री खाली पालना देखे तो यह उसके बच्चों की मृत्यु का सूचक है। यदि कोई विवाहित स्त्री झूलता हुआ पालना देखे तो वह दाई ( बच्चे जनाने वाली ) के रूप में अपना जीवन बितायेगी। यदि कोई अविवाहित स्त्री ऐसे देखें तो समझना उसका विवाह ऐसे सज्जन से होगा जिसके पहली पत्नी से बच्चे होंगे। यदि कोई वृद्ध देखें कि वह झूले में पड़ा हुआ है तो शीघ्र ही वह इस दुनिया से विदा ले लेगा।

सारस– सारस को सपने में देखना बहुत अच्छा शकुन है। यदि कोई विधवा स्वप्न में सारस को देखे तो वह पवित्र ( पतिव्रता का ) जीवन बितायेगी और उसके लिए उसकी प्रसिद्धि होगी। परीक्षाफल की बाट देखने वाला कोई परीक्षार्थी सारस देखे तो वह अपना नाम सफल परीक्षार्थियों में देखेगा। व्यापारी के लिए सारस का देखना मन्द गति वाला किन्तु निश्चित लाभ प्रकट करता है। यदि कोई व्यक्ति एक सारस को देखे तो समझना कि उसका उसके साथी ( पति या पत्नी ) से सदा के लिए विछोह होगा।

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रेंगना – स्वप्न में भूमि पर रेंग कर चलना दुर्भाग्य को बताता है। यदि कोई अविवाहित लड़की ऐसा स्वप्न देखे तो उसका विवाह उसके पिता की सामाजिक स्थिति से नीची स्थिति वाले परिवार में होगा। यदि कोई रोगी ऐसा देखे तो वह धीरे – धीरे ही स्वस्थ होगा। व्यापारी के लिए यह मन्दा व्यापार बताता है। किसी भूमिगत नाले में रेंगना प्रकट करता है कि द्रष्टा के जीवन पर आक्रमण होगा पर वह मारे जाने से बच निकलेगा। यदि कोई देखे कि वह बर्फ पर रेंग रहा है तो वह गठिया रोग से पीड़ित होगा।

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