हनुमान जी के मंदिर या किसी भी मंदिर में जाने के दौरान कुछ विशेष सावधानियाँ और शिष्टाचार (etiquette) का पालन करना उचित होता है, ताकि धार्मिक स्थल की पवित्रता बनी रहे और आप सम्मानपूर्वक पूजा कर सकें। अगर आप विशेष व्रत, पूजा या अनुष्ठान कर रहे हैं, तो उसके कुछ अलग नियम हो सकते हैं, जैसे हनुमान जी के लिए शुद्ध ब्रह्मचर्य का पालन करना आदि। यहाँ कुछ मुख्य बातें दी गई हैं:
🛕 मंदिर में जाने से पहले:
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साफ-सफाई का ध्यान रखें: स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें। गंदे कपड़े या शरीर से पसीने की गंध लेकर मंदिर न जाएं।
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शुद्धता बनाए रखें: मांस, मदिरा या तामसिक भोजन के सेवन के तुरंत बाद मंदिर न जाएं।
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मानसिक रूप से शांत रहें: मंदिर जाने से पहले अपने मन को शांत करें, नकारात्मक भावनाएं लेकर न जाएं।
🧎♂️ मंदिर परिसर में:
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जूते-चप्पल बाहर उतारें: मंदिर में प्रवेश करने से पहले जूते-चप्पल उचित स्थान पर उतारें।
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मोबाइल फोन साइलेंट करें: मोबाइल को साइलेंट या स्विच ऑफ रखें ताकि शांति बनी रहे।
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पंक्ति में रहें: दर्शन के समय धैर्य रखें, धक्का-मुक्की न करें।
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फोटोग्राफी से बचें: अधिकांश मंदिरों में फोटो खींचना वर्जित होता है, विशेषकर गर्भगृह में।
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दान सोच-समझकर करें: दानपात्र में ही दान करें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को पैसे न दें।
🙏 पूजा के दौरान:
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श्रद्धा और भक्ति से करें: पूजा करते समय मन से भगवान का स्मरण करें।
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तेल, सिंदूर आदि नियम से चढ़ाएं: हनुमान जी को विशेष रूप से सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाया जाता है, लेकिन ध्यान रहे कि यह नियमपूर्वक और बिना अव्यवस्था फैलाए करें।
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ध्यान रखें कि मंदिर सार्वजनिक स्थान है: जोर से बात करना, हँसी-मजाक या अशिष्ट व्यवहार नहीं करना चाहिए।
🏠 वापसी पर:
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प्रसाद को आदरपूर्वक लें और बांटें।
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मंदिर से कुछ चीज़ें (जैसे फूल, दीया आदि) बिना अनुमति न लें।