मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने सुन्नी बोर्ड को सुझाव दिया है कि अयोध्या में बन रही मस्जिद का नाम मोहम्मद साहब के नाम पर रखा जाए और इसे ‘‘मस्जिद ए मोहम्मदी’’का नाम दिया जाए। मोहसिन रजा ने रविवार को अपना एक बयान जारी कर कहा है कि अयोध्या ही नहीं पूरे देश में बाबर के नाम पर कोई भी चीज स्वीकार नहीं होगी।
चाहे वह मस्जिद हो या कोई और चीज ही क्यों न हो। उन्होंने कहा है कि बाबर ने कोई अच्छा काम नहीं किया। बाबर के नाम पर मुसलमानों के 73 फ़िरके भी एकमत नहीं होंगें। रजा ने अपने बयान में यह भी कहा है कि जैसे मर्यादा पुरुषोत्तम राम पुरुषों में उत्तम हैं उसी तरीके से मोहम्मद साहब भी मुसलमानों में महापुरुष हैं और हम सभी उनके नाम पर कलमा पढ़ते हैं। उन्हें हिंदुओं में भी उतना ही सम्मान प्राप्त है। मुहम्मद साहब मानवता व इंसानियत के लिए वे हर जगह जाने जाते हैं। लिहाजा अगर इस मस्जिद का नाम ही रखना है तो इसका नाम ‘‘मस्जिद ए मोहम्मदी’’ रखा जाए। इससे पूरी दुनिया में एक़ बेहतर संदेश जाएगा और सभी इसे स्वीकार भी करेेंगे। बता दें कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या के धन्नीपुर गांव में दी गई पांच एकड़ जमीन पर मस्जिद निर्माण के लिए जन सहयोग से धन जुटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
इस बाबत बोर्ड की ओर से गठित ट्रस्ट इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउण्डेशन को आयकर की धारा-80 जी व अन्य धाराओं में छूट व अन्य कार्यों के लिए जरूरी पैन (परमानेंट एकाउंट नम्बर) आवंटित हो गया है। अगले सप्ताह पैन के आधार पर ट्रस्ट का बैंक खाता खोला जाएगा। इसके बाद जिन लोगों ने मस्जिद, अस्पताल व इण्डो-इस्लामिक रिसर्च सेण्टल आदि के लिए सहयोग करने का वादा किया है, उनसे आर्थिक सहयोग के लिए कहा जाएगा। एक सवाल के जवाब में अतहर हुसैन ने कहा कि अयोध्या में विवादित स्थल पर जितने क्षेत्रफल 1400 गज में मस्जिद थी, उतने ही क्षेत्रफल में उसी आकार में नई जगह पर मस्जिद का निर्माण करवाया जाएगा। इसके अलावा बाकी बचे स्थान पर एक बड़ा अस्पताल बनवाया जाएगा