अब तक 2100 करोड़ रुपए की धनराशि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के विभिन्न खातों में

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अयोध्या।राम एक व्यापक रूप से पूजे जाने वाले हिंदू देवता हैं। राम मंदिर का जो पहले का मॉडल था, वही यथावत रहेगा। भव्यता और दिव्यता को लेकर थोड़ा उसमें विस्तार जरूर किया गया। देश में संतों और राम भक्तों की आकांक्षा को ध्यान में रखते हुए यह बदलाव किया गया है। इस बदलाव में मंदिर के शिखर की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी जो कि पहले धरातल से 128 फीट थी अब वह 161 फीट की होगी। इसी तरह मंदिर के उत्तर-दक्षिण हिस्से का भी विस्तार किया जाएगा। इसके कारण गुम्बदों (मंडप) की संख्या तीन से बढ़कर पांच हो जाएगी। श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए मकर संक्रांति से देशभर में शुरू हुआ निधि समर्पण अभियान शनिवार को संपन्न हो गया। अब तक 2100 करोड़ रुपए की धनराशि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के विभिन्न खातों में पहुंची है। अभी यह आंकड़ा और बढ़ेगा क्योंकि देश के दूर-दराज समेत अन्य इलाकों से समर्पित निधि अगले दो-तीन दिनों में बैंक तक पहुंचेगी। अब विदेशों में रहने वाले रामभक्त भी इस अभियान में शामिल हो सकें, इस पर जल्द ही ट्रस्ट की अगली बैठक में निर्णय लिया जाएगा। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविन्ददेव गिरी ने यह जानकारी दी है।
2100 करोड़ की धनराशि ट्रस्ट के खाते में जमा
उन्होंने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए गए निधि समर्पण अभियान का शनिवार को आखिरी दिन था। पूरे देश में व्यापक स्तर पर चलाये गए अभियान में देश के सभी जाति एवं वर्ग के साथ गरीब लोग भी जुड़ सकें इसके लिए रसीद के साथ 10, 100 और 1000 रुपये का कूपन जारी किया गया था। अब तक 2100 करोड़ की धनराशि ट्रस्ट के खाते में जमा हो चुकी है।
ट्रस्ट कोषाध्यक्ष गोविन्ददेव गिरी ने बताया कि अभी भी बड़ी संख्या में चेक और कैश जमा होने हैं। क्योंकि आज निधि समर्पण अभियान का आखरी दिन है। दो दिन बैंक बंद हैं। ऐसे में अभी और भी धन रामलला के निमित्त आना बाकी है। राम मंदिर निर्माण में देश के ही नहीं, बल्कि विदेश में रहने वाले राम भक्त भी शामिल हो सकें, इसके लिए जल्द ही फैसला लिया जाएगा।
ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष के मुताबिक विदेशों रहने वाले लोग इस अभियान को और आगे चलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इसका निर्णय ट्रस्ट के द्वारा ही लिया जा सकता है।
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