हर व्यक्ति के लिए उसका घर शुभतापूर्ण लगे। उसका भाग्योदय हो। उसे घर में मांगलिक माहौल दिखाई दें। इसके लिए हमारे सनातन धर्म में स्वस्तिक, ऊॅँ व त्रिशूल घर के बाहर लगाने का चलन रहा है। हालांकि आजकल यह चलन कम होता जा रहा है, लेकिन जिन घरों में भी यह शुभ चिन्ह मौजूद रहते है। उनका हमेशा ही कल्याण ही होता है।
स्वस्तिक, ऊॅँ व त्रिशूल का प्रयोग एक साथ करना चाहिए। इसकी वजह यह है कि इन्हें बहुत ही लाभदायक माना गया है। अपने घर की सुरक्षा के लिए आप यह प्रतीक मकान के मुख्य द्बार के बाहर दरवाजे की दोनों ओर चिपका सकते हैं या फिर इन्हें बना सकते हैं।
आप अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा और सौभाग्य के लिए स्टीकर के रूप में इसे डायरी या पर्स में चिपकाकर अपने साथ रख सकते हैं। प्राचीन काल में भाग्यवान बनने के लिए लोग ये प्रतीक चिन्ह लगाते रहे हैं। मांगलिक प्रतीक या चिन्ह पेटिंग, चित्र या पोस्टर के रूप में दीवार पर टांगे जा सकते हैं।