तुलसी के पौधे के नियम

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tulsi ji

जगत के पालनहार भगवान विष्णु को तुलसी जी अत्यन्त प्रिय है। तुलसी जी का महत्व हमारे धर्म शास्त्रों में विस्तार किया गया है।  सर्वगुण सम्पन्न औषधि एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका प्रयोग कर आप अनेकानेक बीमारियों से मुक्ति पा सकते है। तुलसी के पौधे को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है। तुलसी की रोज पूजा करने और जल चढ़ाने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है, इसलिए मान्यता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, वहां मां लक्ष्‍मी का वास होता है. तुलसी दो तरह की होती हैं। एक को रामा और दूसरे को श्यामा कहा जाता है। हालांकि, लोगों को अक्सर दुविधा रहती है कि आखिर घर में कौन सी तुलसी का पौधा लगाना चाहिए. इस लेख में तुलसी के दोनों रूपों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। यदि प्रातः, दोपहर और संध्या के समय तुलसी का सेवन किया जाए तो उससे मनुष्य की काया इतनी शुद्ध हो जाती है जितनी अनेक बार चांद्रायण व्रत करने से भी नहीं होती । तुलसी की गंध वायु के साथ जितनी दूर तक जाती है, वहाँ का वातावरण और निवास करने वाले सब प्राणी पवित्र – निर्विकार हो जाते हैं।

रामा तुलसी

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रामा तुलसी के पत्ते हरे रंग के होते हैं और मीठे होते हैं. रामा तुलसी भगवान श्रीराम को बेहद प्रिय है। रामा तुलसी के पौधे को घर में लगाने से घर में सुख-शांति, संपत्ति आती है. इसे घर में लगाना बहुत शुभ माना जाता है।

श्‍यामा तुलसी

श्‍यामा तुलसी को भी घर में लगाना बहुत शुभ होता है। इसका संबंध भगवान श्रीकृष्ण से होता है. श्यामा तुलसी के पत्ते काले या बैंगनी रंग के होते हैं। इसका काफी आयुर्वेदिक महत्व भी है. इस वजह से इसका इस्तेमाल कई तरह की दवाओं में भी किया जाता है।

तुलसी के पौधे के नियम

घर में तुलसी का पौधा लगाने के लिए गुरुवार यानी कि बृहस्पतिवार का दिन काफी शुभ माना गया है। तुलसी का पौधा पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। बालकनी या खिड़की के पास रख रहे हैं तो उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में रखना सही रहेगा. घर में तुलसी के पौधों की संख्‍या एक, तीन या पांच रखें. तुलसी के पौधे के पास कभी भी गंदगी न रखें और न ही झाड़ू, पोंछा, कचरादानी रखें। तुलसी के पौधे को रोजाना जल चढ़ाएं और इसे सूखने न दें।

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तुलसी जी का पौधा यहां रखेंगे तो विष्णु कृपा से मिलेगी समृद्धि

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