कठोर ट्रेनिंग की भट्ठी में तपा कर देश को महिला कमांडो बटालियन की पहली यूनिट देगा यूपी!
टॉप टेन विशिष्ट और विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के सुरक्षा के साथ हाईटेक आतंकियों से लेंगी सीधी टक्कर!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। देश की सुरक्षा और आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए देश की पहली महिला कमांडो बटालियन उत्तर प्रदेश में तैयार हो रही है। यूपी एटीएस देश की पहली महिला कमांडो यूनिट को यूपी एटीएस तैयार किया जा रहा है। यूपी देश का पहला राज्य होगा जहां आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए कमांडो टीम में महिलाओं की स्पेशल यूनिट तैयार की गई है। ये महिला कमांडो किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार की जा रही है।
एटीएस के इन महिला कमांडो को एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार दिए गए हैं।जी लॉक पिस्टल से लैस होकर ये महिला कमांडो ना सिर्फ दुश्मन पर नजर रखेंगी बल्कि जरूत पड़ने पर सीधे उनसे लोहा लेंगी। यह देश की पहली महिला कमांडो टीम है जो आतंकी वारदातों से लेकर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए काम करेगी। किसी कमरे में मौजूद आतंकियों को दबोचने की चुनौती हो या फिर किसी भी बहुमंजिला इमारत में घुसकर देश के दुश्मनों को काबू करने की इन्हें हर परिस्थिति के लिए एनएसजी, एसपीजी की तरह ही ट्रेनिंग दी जा रही है।ये महिला कमांडो देश की टॉप टेन विशिष्ट लोगों के अलावा देश मे आने वाले विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को सुरक्षा देंगी। पलक झपकते ही हाईटेक आतंकवादियों का काम तमाम कर देंगी।
यूपी एटीएस के स्टॉप ट्रेनिंग सेंटर यानी स्पेशल पुलिस ऑपरेशन टीम के सेंटर पर 30 महिला कमांडो की टीम तैयार की जा रही है। पुरुष कमांडो के साथ हर बैच में 6 महिला कमांडो तैयार की जा रही है। इन्हें गलॉक पिस्टल, एमपी 5और एके-7 जैसे खतरनाक और ऑटोमेटिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
इन महिला कमांडो का चयन कठिन परीक्षा के बाद ही किया गया है। अफसरों ने प्रदेश भर की सिविल पुलिस और पीएसी में तैनात महिला कांस्टेबलों में से इनकी फिजिकल, मेंटल स्ट्रेंथ और प्रतिभा को परखने के बाद चुना है। पहले इनके 4 महीने की ट्रेनिंग की शुरुआत स्पॉट सेंटर से हुई। इसमें इनको शारीरिक तौर पर खुद को मजबूत करने की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके बाद इन्हें पूरी तरह ऑटोमेटिक हथियारों की ट्रेनिंग, कम्यूनिकेशन और ऑपरेशनल टेक्टिक्स की तकनीक सिखाई जाती है। एनएसजी-एसपीजी की तरह ही यूपी एटीएस की महिला कमांडो टीम भी वीवीआईपी सुरक्षा हो या फिर किसी ऑपरेशन को अंजाम देने की जरूरत हर तरह की ड्यूटी को अंजाम देने के लिए तैयार हो रही हैं।
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