उपद्रव नाशक या गंगा मंत्र कर देता है उपद्रव शांत

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संसार में हर व्यक्ति किसी न किसी कष्ट से पीड़ित है, लेकिन कभी कभार ऐसा वक्त भी आता है, जब उपद्रव उस व्यक्ति के जीवन को बहुत मुश्किल बना देते है। उसे कष्टों का सामना करना पड़ता है। घर परिवार की शांति भंग हो जाती है। ऐसे में हम आपको एक मंत्र बताने जा रहे है। प्रभाव से जीव का कल्याण होता है। उसके जीवन से उपद्रवों का नाश होता है। भगवान श्री राम के प्रति पूर्ण आस्था रख्ों और माता गंगा का स्मरण करते हुए पूर्ण श्रद्धा से इस मंत्र का जप करें। मंत्र के प्रभाव से सुख शांति प्राप्त होती है। उपद्रव शांत होते है। मंत्र जप से पूर्व गणपति को नमन कर लेना चाहिए। ईश्वर आपका कल्याण करे।

मंत्र है-
गंग सकल मुद मंगल मूला।
सबसुख करनि हरनि सब सूला।
मंत्र सिद्धि का विधान- गंगा के घाट पर इस मंत्र का जप किया जाता है। इस मंत्र के दस हजार जप करें। तब गंगाजली में जल भरकर घर ले जाए। 1०8 बार इस मंत्र जप कर गंगा जल के छींटे सारे घर में मार लीजिए। उपद्रव शांत हो जाएगा। इस मंत्र के प्रयोग से माता गंगा प्रसन्न होती है।

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