वास्तु दोष को आप स्वीकार करते हो या नहीं करते हो, लेकिन हकीकत यह है कि इनका अपना महत्व होता है। यहां हम इस बात को छोटा सा उदाहरण देकर समझ सकते है कि जैसे आप किसी से मिलने जाए और उसका ऑफिस या घर अस्त व्यस्त हो, ऐसे में आपके उस व्यक्ति के प्रति क्या विचार होंगे। निश्चित तौर पर अच्छे तो नहीं होंगे।
बहरहाल हम लम्बी चौड़ी बहस में जा कर आपको बताते है कि आप जहां रहते हैं कि वहां की स्थिति का वास्तु पर क्या प्रभाव होता है। अगर कोई व्यक्ति कहीं रहता है या फिर जहां पर काम करता है। वहां पर मौजूद सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा उसके जीवन में गहरा प्रभाव डालते हैं। ऐसा कई बार देखने को मिलता है व्यक्ति वास्तु के नियमों का पालन पूरी तरह से करता है और घर में हर एक चीज वास्तु शास्त्र के अनुरूप सही दिशा में रखता है, लेकिन फिर भी उसके जीवन में सुख-समृद्धि और सकारात्मकता नहीं आती। इस तरह के दोष अनजाने में घर पर रखी चीजों के कारण हो सकता है। आज हम आपको ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अगर घर पर मौजूद होती हैं तो यह नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में जिम्मेदार होती है।
- मान्यता है कि जिन घरों में गंदगी और बिखरे हुए सामान पड़े हुए होते हैं वहां पर माता लक्ष्मी का वास नहीं होता
- वैदिक ज्योतिष शास्त्र में माता लक्ष्मी को धन की देवी माना गया है। घर पर गंदगी होने से दरिद्रता का वास होता है और आर्थिक परेशानियां पीछा करती हैं।
- अगर घर में सुख-समृद्धि का वास चाहते है और धन की परेशानियों से पीछे छुडऩा चाहते हैं तो नियमित रूप से घर की साफ-सफाई करते रहें। अगर आप अपने घर को स्वच्छ रखते हैं तो निश्चित तौर पर आपके जीवन में सकारात्मकता आएगी। जिसका प्रभाव आपके जीवन में सकारात्मक रहेगा।
- वास्तुशास्त्र में टूटी-फूटी और बेकार की चीजों को अशुभ माना जाता है।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का कोई भी कमरा बिखरा हुआ नहीं होना चाहिए। मान्यता है कि अस्त-व्यस्त कमरे से जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता हैं।
- पौधे सूख जाएं तो नकारात्मक ऊर्जा के सबसे बड़े कारक माने जाते हैं। ऐसे में अगर आपके घर पर कोई पौधा सूख चुका है तो उसे तुरंत हटा दें नहीं तो जीवन में तनाव पैदा होता रहेगा।
- घर कभी कांटे वाले पेड़ पौधे नहीं लगाना चाहिए।
- वास्तु शास्त्र के अनुसार घर पर लगे मकड़ी के जाले अशुभता की निशानी मानी गई है। जिन घरों मकड़ी के जाले लगे हुए होते हैं उन घरों में नकारात्मक ऊर्जा हमेशा बनी रहती है। घर पर आर्थिक समस्या और परिवार के सदस्यों के बीच मनमुटाव होते रहते हैं। यह स्वच्छता की दृष्टि से भी आवश्यक ही है।