विषनाशक मंत्र सिद्ध करने के लिए ऐसे करें जप

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गवान विष्णु के अवतार भगवान श्री राम के प्रभाव का वर्णन मनुष्य मात्र के लिए संभव नहीं है। उनकी महिमा अनंत है। अविनाशी श्री राम मनुष्य को दैहिक, दैविक व भौतिक तापों से मुक्ति दिलाते हैं। जय श्री राम।
मंत्र है-
राम प्रताप जान सिब नीको।
कालकूट फल दान अमी को।।
मंत्र सिद्ध करने की विधि-
शिवरात्रि के दिन से एक हजार बार प्रति दिन जप करते हुए अगली शिवरात्रि तक जारी रख्ों। अब जब भी आवश्यकता हो, कुश लेकर दंशित स्थान से इस मंत्र को पढ़ते हुए धरती पर झाड़ दें। इस तरह मंत्र के प्रयोग से विष नाश होता है। यह अत्यन्त प्रभावशाली मंत्र है। हालांकि इसकी सिद्धि प्राप्त करना इतना सहज नहीं है, बहुत ही ध्ौर्य के साथ इस कार्य में लगना होता है। जरूरी यह भी होता है। भगवान श्री राम के चरणों प्रीति और भगवान शिव के प्रति पूर्ण भक्तिभाव को धारण कर इस मंत्र का जप करना चाहिए।

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