आप व्रत रखते हैं, लेकिन यदि आप यें चूक कर देते हैं तो तय मानिए आपका व्रत टूट जाएगा। इसलिए जरूरी है कि व्रत रखते समय इन सावधानियों को बरतना बेहद जरूरी है, अधिकतर लोग साप्ताहिक व्रत रखते हैं, लेकिन अक्सर चूक कर जाते हैं, जिसकी वजह से उन्हें पूर्ण फल की प्राप्ति नहीं होती है।
मनोकामनाएं सिद्ध करने और आत्म चेतना को जागृत करने के लिए व्रत का विधान है, व्रत करके व्यक्ति अपने आराध्य को प्रसन्न करने का प्रयास करता है। रविवार का व्रत सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है, इसी तरह से सोमवार का भोलेनाथ, मंगल का मंगलदेव और बजरंगबली, बुधवार का बुध देव, बृहस्पतिवार का देवगुरु बृहस्पति देव, शुक्रवार का माता संतोषी और माता महालक्ष्मी को प्रसन्न और शनिवार का शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता हैं। व्रत को आम तौर लोग रखते है, सामान्य नियम का पालन भी करते हैं, कथा भी पढ़ते- सुनते है, लेकिन छोटी सी चूक उनके व्रत के प्रभाव को कम कर देती है। इसलिए जरूरी है, वे नियम जान लें, वे साधारण नियम क्या है? यदि आप व्रत वाले दिन सो गए तो आपका व्रत टूट जाता है, लेकिन लोग इस नियम से अनभिज्ञ ही रहते है, व्रत वाले दिन में सो जाते हैं, इससे व्रत का पूर्ण फल उन्हें प्राप्त नहीं होता है।
इसके अलावा स्त्री रति प्रसंग करने और पान खाने से व्रत टूट जाता है। व्रत करते समय यह भी जरूरी होता है कि आप अपनी मनोवृत्ति सात्विक रख्ों, उसी के अनुसार ईश्वर आप पर कृपादृष्टि करते हैं। यदि मनोवृत्ति सकारात्मक नहीं होती है, तो ईश्वर भी प्रसन्न नहीं होता है, इसलिए जरूरी है कि आप सुविचार करते हुए आराध्य का ध्यान करें।