मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। चार दिन पहले दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से कोरोनाग्रस्त मरीज का हार्ट की बीमारी के पेपर बनवा कर गोरखपुर आने वाले व्यक्ति ने जिले में कोरोना का खाता खोला था। ठीक उसी फार्मूले पर चल कर एम्बुलेंस वालों ने सफदरजंग अस्पताल से एक और महिला मरीज को गोरखपुर सफलतापूर्वक पहुंचा कर अपनी धाक का लोहा मनवा दिया। गांव वालों के विरोध के बाद जब उक्त महिला की जांच हुई तो उसकी रिपोर्ट में कोरोना पॉजीटिव निकला।
एक और कोरोना मरीज मिलने से जिले में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि मरीज बांसगांव की एक महिला है। इस बात की पुष्टि सीएमओ श्रीकांत तिवारी ने की है। अब जिले में मरीजों में की संख्या दो हो गई है।बता दें कि मंगलवार को मरीज का पूरा परिवार दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से अपने गांव पहुंच था। जानकारी के अनुसार परिवार के एक व्यक्ति के लीवर में संक्रमण है, जिसका दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा था। मूलत: बांसगांव के भैंसा रानी गांव का रहने वाला यह मरीज, कई साल से परिवार समेत दिल्ली में रह रहा था। सफदरजंग अस्पताल में हालत में सुधार होते न देखकर परिजनों ने 23 हजार रुपये में एंबुलेंस तय की और मंगलवार को अपने गांव आ गए। एंबुलेंस में मरीज के साथ उसकी पत्नी, दो बेटी और तीन साल का पोता भी था। ये लोग जब गांव पहुंचे तो वहां गांव वालों ने विरोध किया। इस पर प्रधान सभी को बांसगांव सीएचसी ले गए, जहां से उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया। उसी एंबुलेंस से सभी लोग जिला अस्पताल पहुंच गए। जिला अस्पताल में जांच के बाद सबको नंदा नगर स्थित 100 बेड के टीबी अस्पताल में क्वारंटीन करवा दिया गया था। जहां उनका नमूना जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भेजा गया था। इनमें से एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
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