पूर्व मंत्री व विधायक दल बहादुर कोरी का निधन
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। बीजेपी से तीन बार विधायक और कल्याण सिंह मंत्रिमंडल में समाज कल्याण राज्य मंत्री रहे दल बहादुर कोरी का लखनऊ के अपोलो अस्पताल में बीमारी के चलते निधन हो गया। बीमारी के बीच ही वह कोरोना संक्रमित भी हुए थे लेकिन हफ्ते भर पहले उनकी नेगेटिव रिपोर्ट आ गई थी। लखनऊ के अपोलो अस्पताल में सुबह 6:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली उनके निधन की खबर फैलते ही पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई।
सलोन तहसील क्षेत्र के पद्मनपुर बिजौली गांव के रहने वाल 64 साल के दल बहादुर कोरी पहली बार भाजपा के टिकट पर 1993 में जिले की सलोन सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। बेहद सामान्य परिवार के दल बहादुर कोरी 1996 में भी दूसरी बार भाजपा के टिकट पर ही विधायक चुने गए कल्याण सिंह मंत्रिमंडल में उन्हें 1998 में समाज कल्याण राज्य मंत्री बनाया गया। मंत्री बनने के बाद भी वह सामान्य ही बने रहे और आम जनता से उनका जुड़ाव जीवन पर्यंत साधारण व्यक्ति की तरह ही बना रहा।
कोरोना संक्रमण की दूसरी खतरनाक लहर में यूपी विधानसभा के चार सदस्य हमेशा के लिए बिछुड़ गए। पहले रमेश चंद्र दिवाकर, फिर सुरेश श्रीवास्तव, केसर सिंह और दल बहादुर कोरी का कोरोना से निधन हो गया है। एक हफ्ते में तीन सदस्य दिवंगत हो गए थे। अब तक छह विधायकों की कोरोना से जान जा चुकी है। कोरोना की पहली लहर में पिछले साल दो मंत्री चेतन चौहान व वरुण रानी भी दिवंगत हो गयी थीं।
संयोग है कि ये सभी विधायक भाजपा के टिकट पर लड़ कर निर्वाचित हुए थे।