मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कोरोना के गंभीर मरीजों में प्लाज्मा थेरेपी कारगर साबित हो रही है। करीब 64 फीसदी कोरोना के गंभीर मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो गए है। 20 मरीज अभी भर्ती हैं।केजीएमयू में अभी तक 200 कोरोना विजेता प्लाज्मा दान कर चुके हैं।
ब्लड एंड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष डॉ. तूलिका चन्द्रा ने बताया कि केजीएमयू ने लखनऊ के अस्पतालों में भर्ती 90 मरीजों को प्लाज्मा दिया। इनमें 50 कोरोना संक्रमितों का इलाज केजीएमयू में चल रहा था। बाकी 40 मरीजों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें 64 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं।
कोरोना को मात देने के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया जा चुका है। 20 मरीजों का इलाज चल रहा है।प्लाज्मा डोनेशन का दोहरा शतक केजीएमयू में प्लाज्मा डोनेशन का दोहरा शतक लगा है।सोमवार को 45 वर्षीय दीपक कुमार ने प्लाज्मा दान किया। इसे संक्रमण के शुरुआत में चढ़ाने में अधिक फायदेमंद है।