जयपुर। राजस्थान में गहलोत सरकार गिराने के आरोप प्रत्यारोप के बीच कल सुबह साढ़े दस बजे कांग्रेस विधायक दल की अहम बैठक बुलाई गयी है। वहीँ राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) का बेजा इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुये कहा कि वह एसओजी द्वारा दिये गये नोटिस के बहाने उपमुख्यमंत्री एवं अन्य विधायको को अपमानित करने का षडयंत्र कर रहे है।
मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान किसी से छिपी नहीं है। साल 2018 में हुए चुनावों में कांग्रेस की जीत के साथ ही अशोक गहलोत और सचिन पायलट सीएम पद को लेकर आमने-सामने आ गए थे। वहीँ अधिकृत सूत्रों ने आज बताया कि इस बैठक में कांग्रेस आलाकमान ने वरिष्ठ नेता अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला और अविनाश पाण्डे को जयपुर भेजा है जो असंतुष्ट कांग्रेस नेताओं से बातचीत करके आलाकमान को अवगत करायेंगे।
सूत्रों के अनुसार इस बैठक में दो तीन दिन से दिल्ली गये उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी शामिल होने आ रहे हैं। श्री पायलट कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से मिलना चाहते थे, लेकिन उन्हें समय नहीं दिया गया। उन्होंने अपनी बात पार्टी के पर्यवेक्षकों को बताने के निर्देश दिये हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव के दौरान भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त और सरकार गिराने के प्रयास का आरोप लगाया था।
बाद में कांग्रेस और भाजपा में आरोप प्रत्यारोप का दौर चला जिससे श्री पायलट चर्चा का केंद्र बिंदु बन गये। वहीँ श्री राठौड ने आज यहां एक बयान जारी कर कहा कि श्री गहलोत के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर यह लिखना की एसओजी को कांग्रेस विधायक दल ने भारतीय जनता पार्टी के नेेताओं द्वारा खरीद-फरोख्त की शिकायत की थी, उस संदर्भ में श्री गहलोत, उपमुख्यमंत्री श्री सचिन पायलट कुछ मंत्री एवं विधायकों को सामान्य बयान देने के लिए नोटिस आए हैं।