सपा सरकार में पद के मद में आजमखान ने गरीबों को उजाड़ कर करवा लिया था कब्जा!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। सपा सांसद आज़म खां को एक ओर बड़ा झटका लगा है।जौहर ट्रस्ट को यतीमखाने वाली जगह से मुतवल्ली पद से हटा कर रामपुर पब्लिक स्कूल की जगह अब यतीमों को आवंटित कर दिया गया है।
अखिलेश यादव की सरकार में डलहौजी बने सपा सांसद आज़म खां ने साल 2016 मे यतीमों को बेघर करके वक़्फ़ 157 में रामपुर पब्लिक स्कूल के नाम पर स्कूल की अवैध बिल्डिंग खड़ी कर दी थी जिसे अब, जल्द गिराई जाएगी। आज़म खान ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए वक़्फ़ मंत्री की हैसियत से वक़्फ़ संख्या 157 यतीमखाना रामपुर का गैरकानूनी ढंग से जौहर ट्रस्ट को मुतवल्ली बनवा दिया था। उसके बाद आज़म खान ने वहां से सैकड़ो यतीमों को न सिर्फ बल पूर्वक बेदख़ल कर दिया था बल्कि उनके घरों में लूटपाट कराकर घरों पर बुलडोज़र चलवा दिया था।
बाद में आज़म खान ने वहाँ स्कूल के नाम पर बिना नक़्शा पास कराए अपनी अवैध बिल्डिंग खड़ी कर दी। तभी से फैसल लाला खान लगातार उन ग़रीब परिवारों की लड़ाई लड़ रहे थे। मामला तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक तक पहुंचा था, यतीमखाने के लोगों ने सपा सांसद आज़म खां, पूर्व सीओ आले हसन सहित कई लोगों पर लूटपाट के मुक़दमे दर्ज कराए थे।जौहर ट्रस्ट के ख़िलाफ़ फैसल लाला ने हाईकोर्ट में पीआईएल भी दाख़िल की है जिसपर हाईकोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा है, अब जौहर ट्रस्ट को हटाकर उस जगह 26 यतीम परिवारों को वापस आवंटित करा दी गई है। लॉक डाउन के बाद जगह पर कब्ज़ा दिलाया जाएगा और आज़म की अवैध बिल्डिंग गिरवाई जाएगी। इस निर्णय के बाद फैसल लाला ने कहा कि देर से ही सही लेकिन इंसाफ़ और सच्चाई की जीत हुई है।
उन्होंने बताया कि वहां आजम खान के जुर्म से पीड़ित हुए बुज़ुर्ग शहज़ादी बेग़म सहित पूरे यतीमखाने में आज ख़ुशी की लहर है। सोशल एक्टिविस्ट फैसल खान लाला ने बताया कि सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने जौहर ट्रस्ट को वक़्फ़ संख्या 157 के मुतवल्ली पद से हटाकर अपना एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्ति कर दिया है। यह जगह वापस उन्हीं ग़रीब यतीमों को आवंटित कर दी है जो परिवार यहां 50-60 सालों से रहते आए थे। बोर्ड ने 26 परिवार को जगह आवंटित की है, बोर्ड ने आदेश की कॉपी जौहर ट्रस्ट को भेजने के साथ ज़िलाधिकारी रामपुर तथा पुलिस अधीक्षक रामपुर को भी भेजी है।
फैसल लाला ने बताया कि 31 मार्च को बोर्ड का कार्यकाल ख़त्म होने से पहले ही चेयरमैन ज़फ़र फ़ारूखी ने 20 मार्च को जौहर ट्रस्ट को टर्मिनेट करके वक़्फ़ बोर्ड के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर जुनैद खान को वक़्फ़ संख्या 157 का एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्ति कर दिया था। जिसके बाद एडमिनिस्ट्रेटर ने उसी दिन 26 ग़रीब यतीम परिवारों को जगह आवंटित कर दी थी, बोर्ड ने आदेश की कॉपी रामपुर के डीएम-एसपी सहित जौहर ट्रस्ट को भेज दी थी परंतु लॉक डाउन की वजह से आदेश अब मिल पाया है।