ड्रेगेन को चीन में देवता के रूप में स्वीकार किया जाता है। इसे पवित्र माना जाता है। बेशक ये ड्रैगन देखने में खतरनाक लगता है , लेकिन फेंग शुई में इसका विशेष महत्व है। यह उत्तम यांग ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। चीनी और जापानी संस्कृति में सात्विक लेकिन चल – ऊर्जा यानी एनेर्जी के देवता के रूप में ड्रैगन की प्रतिष्ठा है।
नकारात्मक उर्जा को नष्ट करने के लिए क्योंकि ड्रैगन की मुद्रा आक्रामक होती है, इसीलिए यह विचित्र रूप धारी देवता देखने में भयंकर लगता है। पूर्व दिशा का संबंध इस असाधारण प्राणी के साथ जुड़ा हुआ है,इसलिए आप अपने कार्यालय में पूर्व दिशा की ओर ड्रैगन का प्रतिरूप रखकर अपने कार्यालय को क्रियाशील कर सकते हैं। इस दिशा का तत्व काष्ठ है, अत: लकड़ी पर नक्काशी द्बारा बनाया हुआ ड्रैगन सबसे अच्छा रहेगा।
इसके अलावा आप मिट्टी या स्फटिक के बने हुए ड्रैगन का भी उपयोग कर सकते हैं। ड्रैगन विपुल ऊर्जा का प्रतीक है। इस कारण रेस्टोरेंटों , दुकानों और डिपार्टमेन्टल स्टोरों आदि जगहों पर , जहां लोगों का आना – जाना अधिक होता है और अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, पूर्व दिशा में ड्रैगन का चित्र रखना बहुत अच्छा रहता है। इस चित्र को लगाने से इन स्थानों पर लोगों का आना बढ़ जाएगा। ड्रैगन का चित्र शयनकक्ष में नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि शयनकक्ष में व्यक्ति आराम करता है, जिस स्थान पर शांति प्रदान करने वाली ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इसलिए भूल कर भी इसे शयनकक्ष में नहीं लगाना चाहिए। इसका शयनकक्ष पर लगाने का नकारात्मक प्रभाव दृष्टिगोचर हो सकता है।