फरवरी में तीन बार हुई पुलिस की पिटायी
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। बिजनौर में जन सेवा केंद्र में हुई लाखों की चोरी का मामले में पूछताछ करने गई पुलिस पर ग्रामीणों ने किया जानलेवा हमला। मोहल्ले वालो ने लाठी डंडो से पुलिस की जमकर की पिटाई। दारोगा सहित दो सिपाही गम्भीर रूप से हुए ज़ख़्मी। घायलों को कराया ज़िला अस्पताल में भर्ती। कुछ दिन पहले ग्राहक सेवा केंद्र में 13 लाख की चोरी हुई थी। थाना कोतवाली देहात के मोहल्ला सादात इलाके का मामला है।
एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानमंडल के उद्बोधन में कहते हैं कि जो जिस भाषा मे समझेगा उसे उसी भाषा में समझायेंगे। दूसरी तरफ दबंग पुलिस तक को नही बख्स रहे है।बिजनौर जिले के थाना कोतवाली देहात इलाके के मोहल्ला सादात में आज दरोगा पवन कुमार अपने सिपाहियों के साथ सरताज नाम के युवक को पूछताछ के लिए लेने उसके घर गयी थी। 16 फरवरी को थाना कोतवाली देहात इलाके में एक ग्राहक सेवा केंद्र में 13 लाख की चोरी हो गयी थी। जिसका खुलासा करने के लिए पुलिस अब तक कई संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी थी। उसी क्रम में शुक्रवार को भी पूछताछ करने के लिए पुलिस मोहल्ला सादात में गयी थी।
इस दौरान दबंग सरताज ने अपने कुछ साथियो के साथ मिलकर पुलिस पर जमकर लाठी डंडो से हमला बोल दिया। इस हमले में एक दरोगा व 2 सिपाही घायल हो गए है । जिनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है । पुलिस अधीक्षक के मुताबिक पुलिस पर हमला करने के मुख्य आरोपी सरताज और उसके दो साथियों हमजा और नवाब को गिरफ्तार कर लिया गया है।सभी आरोपियों के खिलाफ गम्भीर धाराओ में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है ।
18 फरवरी को राजधानी लखनऊ के माल थाने के उमरावल गांव निवासी रजनीश मौर्या उर्फ कृष्णा और उसके भाई अंकित को गिरफ्तार करने गयी थी।उसके खिलाफ वर्ष 2014 में एससी-एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था। दोनों आरोपित न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत नहीं हो रहे थे। न्यायालय ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। माल थाने के दारोगा प्रेम चंद्र यादव, दारोगा नीरज, सिपाही उमेश, विवेक और अजय यादव आरोपित के घर दबिश देने गए थे। पुलिस टीम दोनों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने के लिए गांव में दाखिल हो रही थी। जैसे ही इसकी सूचना पर दोनों के परिवारीजनों तक पहुंची उन्होंने कानपुर के विकास दूबे स्टाइल में पुलिस टीम को घेर लिया। शोर सुनकर आस पड़ोस के लोग भी आ गए।
सबने पुलिस टीम को लाठी-डंडे से हमला बोल दिया। हमले के दौरान कुछ पुलिस कर्मी भागे तो उन पर पथराव कर दिया। वहीं, हमलावरों ने दारोगा प्रेम चंद्र यादव और नीरज को बंधक बना लिया। बाद में भागे पुलिसकर्मियों की सूचना पर आयी फोर्स ने बंधक बनाये गये साथियों को छुड़ाया। इससे पहले एटा में 9 फरवरी को एटा में अवैध शराब के कारोबारी भाइयों ने वारंट चस्पा करने गये दरोगा और पुलिस पर हमला किया था। जिसमें एक सिपाही की मौत हो गयी थी तथा दरोगा घायल हो गया था। हालांकि पुलिस ने दस दिन के अंदर ही दोनों भाइयों को अलग-अलग हुई मुठभेड़ में मार गिराया।