डॉक्टरों ने बताया मुख्तार बीमार!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।मऊ के बाहुबली विधायक मुख़्तार अंसारी को लेने पंजाब गई यूपी पुलिस खाली हाथ लौट रही है। पंजाब की रोपड़ जेल में बंद मुख्तार को भेजने से वहां के अधिकारियों ने इनकार कर दिया है। बताया गया कि मुख्तार बीमार हैं। मेडिकल बोर्ड का एक पत्र भी यूपी पुलिस को दिया गया है। इसमें मुख्तार को तीन महीने की फुल बेड रेस्ट की सलाह दी गई है। मेडिकल बोर्ड के पत्र पर यूपी के अधिकारी सवाल उठा रहे हैं।
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि मुख्तार अंसारी सही में बीमार हैं या उन्हें गाड़ी पलटने का डर सता रहा है। यूूपी पुलिस ने जब से प्रदेश में गुंडों माफियाओं के ऊपर शिकंजा कसना शुरू किया है तब से बड़े-बड़े माफिया डरने लगे हैं। इसी क्रम में मुख्तार अंसारी, उनका परिवार और करीबी इस समय यूपी सरकार के निशाने पर हैं। पूर्वांचल के जिलों में लगातार पुलिस प्रशासन मुख्तार के करीबियों पर शिकंजा कस रहा है। बड़ी संख्या में संपत्तियां कुर्की करने के साथ ही धराशायी की गई हैं। दर्जनों लोगों के शस्त्र लाइसेंस कैंसिल किये गए हैं। वाराणसी, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़ और जौनपुर में मुख्तार के करीबियों के धंधों पर भी बड़ी चोट की जा रही है। मुख्तार अंसारी इन दिनों पंजाब की रोपड़ जेल में बंद हैं। गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में मुख्तार अंसारी पर फर्जी नाम पते से शस्त्र लाइसेंस लेने के आरोप में मुकदमा दर्ज है। इस प्रकरण में मामला प्रयागराज की एमपी-एमएलए विशेष कोर्ट में चल रहा है। मुख्तार को 21 अक्टूबर को विशेष कोर्ट में पेश होना है। पेशी के लिए मुख्तार को लेने गाजीपुर से पुलिस की टीम 18 अक्तूबर को पंजाब पहुंची थी। वहां बताया गया कि मुख्तार की तबीयत ठीक नहीं है। पंजाब सरकार की तरफ से बने मेडिकल बोर्ड ने उन्हें तीन महीने तक फुल बेड रेस्ट के लिए कहा है। जांच में अन्य बीमारियों के साथ मधुमेह और अवसाद की बीमारी बताई गई है। यूपी पुलिस अब बिना मुख्तार को लिये ही लौट रही है। नए मामले से अब यूपी और पंजाब पुलिस के बीच भी मामला फंसता दिख रहा है।