मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। मेरठ में शास्त्री नगर के ट्रांसपोर्टर के बेटे की अपहरण की घटना फर्जी निकली। बेटा दिल्ली से बरामद कर लिया गया है।
पुलिस की टीम बच्चे को लेकर मेरठ के लिए हुई रवाना हो चुकी है। पुलिस का दावा है कि अपहरण नहीं हुआ। पूरे मामले में पुलिस पूछताछ कर रही है। उसके बाद ही पूरा मामला समझ आ गयी। किशोर के पास 9.5 लाख बरामद रुपये भी बरामद हुआ है। बच्चा सौतेली मां बाप से प्रताड़ित था। बेटे ने खुद ही रची थी अपने अपहरण की कहानी। बच्चे ने फर्जी सूचना देकर सबको परेशान कर दिया था। दोनों बहनों को भी घर से निकालने की प्लानिंग थी। इस पर्दाफाश से खुश होकर अपर मुख्यसचिव गृह अवनीश अवस्थी ने मेरठ पुलिस को एक लाख का ईनाम देने की घोषणा की है। आईजी रेंज मेरठ प्रवीण कुमार के दिशा निर्देश में एसएसपी अजय साहनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दिया। शास्त्री नगर के सेक्टर 12 में मोहम्मद आसिफ परिवार के साथ रहते हैं, हापुड़ में आसिफ का ट्रांसपोर्टर का काम है। सोमवार को आसिफ के पिता हसरत अली की तबीयत अचानक बिगड़ गई, हजरत अली किठौर के राधना गांव रहते हैं। रोजाना की तरह आसिफ अली ट्रांसपोर्ट पर गए थे, उसी समय आशिक की पत्नी एक बेटे को लेकर राधना में चली गई। उस समय घर पर आसिफ अली का बेटा 15 वर्षीय आरिफ और 13 वर्षीय बेटी आयशा मौजूद थी। आयशा ने पुलिस को बताया दोपहर को खेलते हुए मकान की छत पर चली गई थी। उस समय आरिफ नीचे खेल रहा था। दोपहर को करीब 1:45 बजे अचानक की आसिफ के मोबाइल पर एक मैसेज आया, जिसमें 50 लाख की रंगदारी मांगी गई। इसका पता चला कि रंगदारी मांगी। उस समय मोबाइल आसिफ की बेटी आयशा के पास था। मैसेज को देख कर आयशा पिता को मामले की जानकारी दी। उसके बाद आसिफ समेत परिवार के अन्य सदस्य घर पहुंचे तब मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। अपहरण की सूचना पर एसपी सिटी नौचंदी थाना पुलिस और आसपास के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची थी। बच्चे की तलाश के लिए पुलिस पूरे मामले की छानबीन की।