मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। बलिया गोली कांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को यूपी एसटीएफ ने रविवार को लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क के पास से गिरफ्तार कर लिया है। धीरेंद्र पर कोटा आवंटन के दौरान गोली चलाने का आरोप है। पुलिस की 12 से भी ज्यादा टीमें उसे खोजने में जुटी थीं। बलिया पुलिस ने इस मामले में शनिवार को तीन और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था।

इस बीच आरोपी धीरेंद्र के पक्ष में बयान देने पर प्रदेश भाजपा नेतृत्व द्वारा विधायक सुरेंद्र सिंह को लखनऊ तलब कर लिया गया है। माना जा रहा है कि यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधायक को हर मुद्दे पर मीडिया का आइटम न बन संयम रखने का निर्देश देंगे। बता दें कि बलिया जिले कें रेवती क्षेत्र के ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की दो दुकानों के आवंटन के लिये गुरुवार दोपहर में पंचायत भवन में खुली बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। बैठक के दौरान दुर्जनपुर की दुकान पर सहमति नहीं बनी। बाद में वोटिंग कराने का निर्णय हुआ तो हंगामा शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हंगामा होते ही अधिकारियों ने बैठक स्थगित कर दी और जाने लगे। हालांकि इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। बैठक स्थगित होने के बाद दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। मारपीट के दौरान एक पक्ष के पूर्व फौजी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने गोली चला दी जिससे दूसरे पक्ष के जयप्रकाश उर्फ गामा पाल (46) निवासी दुर्जनपुर घायल हो गए। बताया जा रहा है कि जयप्रकाश को चार गोली लगी थी। गुरुवार को हुई घटना के बाद रेवती पुलिस ने मृतक जयप्रकाश के भाई चन्द्रमा पाल की तहरीर पर आठ नामजद व 25 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। शुक्रवार देर रात डीआईजी आजमगढ़ सुभाष चंद्र दुबे ने फरार आरोपितों पर 50-50 हजार रुपये तथा एसपी देवेन्द्र नाथ ने 25-25 हजार रुपये इनाम की घोषणा किया है।थानाध्यक्ष रेवती के अनुसार अब तक 5 नामजद अभियुक्त पकड़े गये हैं। जिनमें आज गिरफ्तार 50-50 हजार के इनामी संतोष यादव और अमरजीत यादव के नाम शामिल हैं।इसके अलावा मुख्य अभियुक्त धीरेंद्र सिंह की गिरफ्तारी लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क के समीप हुई है।अभियुक्तों की सहायता करने वाले तीन अन्य लोग भी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं।