मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। माफिया डॉन एवं मऊ से बसपा का विधायक मुख्तार अंसारी आठ अप्रैल से पहले यूपी की बांदा जेल में होगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए पंजाब सरकार ने डॉन को वापस यूपी भेजने की यह तारीख तय की है। साथ ही मुख्तार की शिफ्टिंग के लिए वाहन का बंदोबस्त करते समय उसकी मेडिकल रिपोर्ट्स का भी ध्यान रखने की बात कही है।
पंजाब के अपर मुख्य सचिव गृह एवं न्याय ने यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह एवं कारागार अवनीश कुमार अवस्थी को शनिवार को इस संबंध में पत्र भेजा है। इस पत्र के अनुसार यूपी पुलिस की कस्टडी में आने के बाद मुख्तार को बांदा जेल भेज दिया जाएगा। पंजाब पुलिस उसे इसी जेल से लेकर गई थी। पत्र में मुख्तार को आठ अप्रैल से पहले यूपी पुलिस के हवाले करने की बात कही गई है। इसमें मुख्तार की 12 अप्रैल को पंजाब में एक मामले को लेकर होने वाली सुनवाई का भी जिक्र किया है।
हालांकि यह सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराने को कहा गया है। पंजाब सरकार के पत्र में मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए पुख्ता इंतजाम करने को कहा गया है। साथ ही उसके स्वास्थ्य की स्थिति का हवाला देते हुए शिफ्टिंग के लिए वाहन का बंदोबस्त करते वक्त उसकी मेडिकल रिपोर्टस का भी ध्यान रखने की बात पत्र में कही गई है।
इससे पहले 30 मार्च 2021 को यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह ने मुख्तार की शिफ्टिंग को लेकर पंजाब के मुख्य सचिव को पत्र लिखा था। मुख्तार लंबे समय से पंजाब के रोपड़ जिले की जेल में निरुद्ध है। उसे यूपी वापस लाने के मुद्दे पर यूपी व पंजाब सरकार के बीच लंबी तकरार भी चली। अंतत: यूपी सरकार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट के 26 मार्च के आदेश के बाद मुख्तार को यूपी वापस लाने का रास्ता साफ हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने मुख्तार को दो हफ्ते के अंदर यूपी की जेल में भेजने का निर्देश दिया था।