बांग्लादेशी मुसलमानों का भारतीय पासपोर्ट बना कर विदेश भेजने वाले दो लोगों को एटीएस ने दबोचा

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बांग्लादेशी मुसलमानों का भारतीय पासपोर्ट बना कर विदेश भेजने वाले दो लोगों को एटीएस ने दबोचा

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। अवैध बांग्लादेशी मुस्लिम नागरिकों को फर्जी भारतीय आईडी बना कर हिन्दू नामों से विदेश भेजने के मामले में बड़ा पर्दाफाश हुआ है। यूपी एटीएस ने सिंडिकेट से जुड़े दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। एटीएस ने पश्चिम बंगाल से समीर मंडल को गिरफ्तार किया है। समीर मंडल अनाज ट्रांपोर्टर है, जो बांग्लादेश तक सप्लाई करता है। 24 परगना जिले की कोर्ट में समीर को पेश किया गया। समीर मंडल को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है। इसी गिरोह से जुड़े विक्रम सिंह को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है।

उत्तर प्रदेश के अपरपुलिस महानिदेशक (क़ानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने गुरुवार को बताया कि
यूपीएटीएस द्वारा मानव तस्करी के द्वारा चलाए जा रहे अभियान के क्रम में एटीएस को जानकारी मिली कि कुछ लोग बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों को अवैध रूप से भारत लाकर उनके कूटरचित दस्तावेज तैयार करते हैं और इसके बदले में उनसे भारी रकम वसूलते हैं।बांग्लादेश से अवैध तरीके से आने वाले लोगों के खिलाफ अभियान में एटीएस की वाराणसी टीम ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया। जिसका नेतृत्व पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश कर रहे थे। इसके पास विभिन्न भारतीय पासपोर्ट, कई आधार कार्ड, पैन कार्ड व इंटरनेशनल कोविड आरटीपीसीआर के प्रारूप मिले। ये व्यक्ति अनाज़ के ट्रांसपोर्टर का काम करता है, इसका काम दिल्ली, एनसीआर, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम में सक्रिय रैकेट से मिल कर बंग्लादेश तक फैला है। इसे माननीय न्यायालय 24 परगना में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाया जाएगा। इस गिरोह के एक और साथी को गाज़ियाबाद से गिरफ़्तार किया गया है।

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पकड़े गए दोनों आरोपियों पर फर्जी भारतीय आईडी से पासपोर्ट-वीज़ा बनवाने का आरोप है। दोनों आरोपी अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की फ़र्ज़ी भारतीय आईडी बनवाते थे। यूपी एटीएस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी समीर मंडल से 12 फ़र्ज़ी पासपोर्ट बरामद हुए हैं। ये मामला अवैध मानव तस्करी से जुड़ा है। ये गिरोह अब तक करीब सौ लोगों को अवैध दस्तावेजों से विदेश भेज चुका है।

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