मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा है कि अम्बानी और अडानी समूह की सेवा को समर्पित मोदी सरकार के कार्यकाल को इतिहास के पन्नों में किसान हत्यारी सरकार के रूप में याद किया जाएगा।
इस सरकार द्वारा की जा रही लूट की तुलना अंग्रेजी सल्तनत की लूट से की जाएगी। उन्होंने कहा है कि जिस तरह से लोग जर्मनी के तानाशाह हिटलर और रोम के बादशाह नीरो का नाम लेने से शर्मिंदा होते हैं, उसी तरह से इस सरकार में शामिल हत्यारों का भी नाम लेने से अन्न खाने वाले लोग शर्मिंदा होंगे।शनिवार को प्रतापगढ़ में पीड़ितों को चेक देते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हमने सुना था कि अंग्रेजी सल्तनत का एक लक्ष्य था कि किसी भी तरह से भारत और भारत की जनता को निचोड़ना।
हमने देख लिया कि मोदी सरकार ने किस तरह से भारत और भारत की जनता को निचोड़ने के लिए आनन फानन में नोटबन्दी की, कारपोरेट का कर्जा माफ किया, उनके कर्जे को एनपीए में डाला और आम आदमी को उसके अपने ही पैसे के लिए बैंकों के सामने लाइन में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि हमने देख लिया कि मोदी सरकार ने आम आदमी को निचोड़ने के लिए जीएसटी थोपा, पेट्रोल, डीजल और रसोईं गैस का लगातार दाम बढ़ाये जा रहे हैं। किस तरह से भारत में कोरोना को लाने के नमस्ते ट्रम्प का आयोजन किया गया, कैसे कोरोना के नाम और करोड़ों लोगों की रोजी रोटी छीन ली गई,कैसे अम्बानी अडानी समूह को लाभ पहुंचाने के लिए तीन नए कृषि कानूनों को किसानों पर जबरी थोप दिया गया। कैसे इसका विरोध करने पर उन्हें मरने के लिए मजबूर किया जा रहा है। रामगोविंद चौधरी ने कहा कि हमने सुना था कि हिटलर के कार्यकाल में सच बोलने वाले लोग मौत के घाट उतार दिए जाते थे।
वर्तमान में हमने देख लिया कि मोदी सरकार खेती बारी और किसानी की रक्षा की मांग करने वालों को किस तरह मरने के लिए मजबूर कर रही है। हमने सुना था कि हिटलर के कार्यकाल में वही हीरो थे, जो सच बोलने वालों का कतल कर रहे थे, हमने देख लिया कि दिल्ली को दंगे की आग में झोंकने वालों को किस तरह सम्मानित किया जाता है। रोम जल रहा था और वहां का सम्राट नीरो वंशी बजा रहा था। खेती बारी किसानी बचाने के लिए एक करोड़ से अधिक किसान इस कड़कड़ाती ठंड में दिल्ली के बार्डर पर कँपकँपा रहे हैं, आए दिन शहीद हो रहे हैं और मोदी सरकार जगह जगह सम्मेलन कर इसे ही अपनी उपलब्धि के रूप बखान कर रही है। योगी की सरकार तो इसे लेकर उनसे भी आगे है। वह कानून की धज्जी उड़ाने को ही अपनी उपलब्धि बता रही है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज सरकार में नहीं हैं। फिर भी वह लोगों के आंसू पोछने की कोशिश करते हैं। उनकी इसी कोशिश के तहत ही आज मैं प्रतापगढ़ आया हूँ। उन्होंने कहा है कि जो लोग आज सरकार में हैं, जिन्हें सहृदय होना ही चाहिए, उनका आचरण ठीक इसके विपरीत है। वे लोगों का आंसू पोछने की जगह, उन्हें खून के आंसू बहाने के लिए मजबूर करने को ही देश सेवा मान लिए हैं। इसे ही नथुना फुला फुला कर अपनी उपलब्धि बता रहे हैं। कृषि कानूनों को थोपने और इसे लेकर शहीद हो रहे किसानों के मामलों में मोदी सरकार का अभी तक यही रूप सामने आया है। इसलिए मैं कह रहा हूँ कि इतिहास के पन्नों में मोदी सरकार को किसान हत्यारी सरकार और योगी सरकार को कानून हत्यारी सरकार के कार्यकाल के रूप में याद किया जाएगा। लोग हिटलर और नीरो की तरह इनका नाम लेने पर शर्मिन्दा होंगे।