मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।यूपी के फरुखाबाद जिले में उर्दू की फर्जी डिग्रियों के सहारे सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल करने वाले शिक्षक को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है । संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को फर्जी उर्दू शिक्षक के खिलाफ एफआईआर कराने के आदेश दिए हैं ।
वही रिकवरी के लिए जिला वित्त एवं लेखाधिकारी कोई पत्र लिखा गया है। फर्जी अभिलेखों पर लखनऊ के मुकरीमनगर हसनगंज निवासी पवन कुमार ने 2016 में उर्दू शिक्षक के पद पर नौकरी हासिल कर ली थी । काउंसिलिंग के बाद पवन कुमार की नियुक्ति कायमगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय कटरा रहमत खां में हुई थी।फर्जी अभिलेखों की शिकायत के बाद एसटीएफ ने मामले की छानबीन शुरू की । जांच में जामिया उर्दू अलीगढ़ के रजिस्ट्रार ने बताया कि 1993 में अदीब 849 अनुक्रमांक पर और अदीब ए माहिर 6110 अनुक्रमांक पर पवन कुमार का नाम दर्ज नहीं है न ही उनके संस्थान से पवन कुमार को इस प्रकार का कोई प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है।एसटीएफ की रिपोर्ट पर बीएसए ने पवन कुमार को सुनवाई के लिए पहला नोटिस19 मई, दूसरा नोटिस 27 मई और तीसरा नोटिस 11 जून को भिजवाया।इसके बाद भी उर्दू शिक्षक अपना पक्ष रखने के लिए कार्यालय में उपस्थित नहीं हुआ।बीएसए ने सोमवार को उर्दू टीचर पवन कुमार की सेवा समाप्ति काआदेश जारी कर दिया।इसमें संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को उर्दू शिक्षा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जिला वित्त एवं लेखा अधिकारी को उर्दू शिक्षक से सरकारी धन की रिकवरी कराने के निर्देश दिए गए हैं। बीएसए लाल जी यादव ने बताया कि उर्दू शिक्षक पवन कुमार को सुनवाई के लिए बुलाया गया था। उसके बाद भी वह कार्यालय उपस्थित नहीं हुआ। शिक्षक को सेवा समाप्ति का नोटिस जारी कर दिया गया है।